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चंडीगढ़ से ब्रेन डेड युवती से मिला दिल, RML में हुआ पहला सफल हार्ट ट्रांसप्लांट

Admin4
23 Aug 2022 2:21 PM GMT
चंडीगढ़ से ब्रेन डेड युवती से मिला दिल, RML में हुआ पहला सफल हार्ट ट्रांसप्लांट
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

केंद्र सरकार के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भी दिल प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू हो गई है। आरएमएल दिल प्रत्यारोपण की सुविधा उपलब्ध कराने वाला दिल्ली का तीसरा सरकारी अस्पताल बन गया है। इससे पहले यह सुविधा एम्स व धौला कुआं स्थित आर्मी अस्पताल में थी।

डॉ. राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में सोमवार को पहला सफल हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया। आरएमएल के कार्डियोथोरेसिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने एनेस्थीसिया व कार्डियोलोजी विभाग के डाक्टरों के साथ मिलकर सफल सर्जरी की। इस सर्जरी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के डॉक्टरों ने भी मदद की। सर्जरी के बाद महिला की हालत स्थिर बनी हुई है। महिला फिलहाल आइसीयू में भर्ती है और डॉक्टर लगातार उसकी निगरानी कर रहे हैं। इस संबंध में कार्डियोथोरेसिक सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र सिंह झाझरिया का कहना है कि महिला पिछले कई माह से कार्डियोमायोपैथी बीमारी से पीड़ित थी। इस बीमारी के कारण महिला का दिल केवल 15 फीसदी ही काम कर रहा था।

महिला की समस्या को देखते हुए हार्ट ट्रांसप्लांट का फैसला किया गया और उसकी हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए फाइल तैयार कर लिस्ट में डाल दिया गया। प्रतीक्षा सूची में नाम शामिल होने के बाद राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोटो) ने 21 अगस्त को पीजीआई चंडीगढ़ में ब्रेन डेड किशोरी के अंगदान की सूचना दी। नोटो के अनुसार किशोरी मूलरूप से बिहार के लखीसराय की रहने वाली थी। वह मजदूरी का काम करती थी। चोट लगने के कारण उसे पीजीआइ में भर्ती कराया गया था। यहां ब्रेन डेड होने पर परिजनों ने दोनों किडनी, लिवर, पैंक्रियाज, दिल व कॉर्निया दान किया। यह सूचना मिलने पर आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर कार से शाम को चंडीगढ़ पहुंचे। वहां दिल को सुरक्षित तरीके से निकालकर रात 8.30 बजे की फ्लाइट से वापस दिल्ली के लिए रवाना हुए और रात करीब 9:40 बजे डॉक्टर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने एयरपोर्ट से आरएमएल अस्पताल तक ग्रीन कारिडोर बनाकर एंबुलेंस से कम समय में दिल अस्पताल पहुंचाने में मदद की। रात करीब 10.20 बजे प्रत्यारोपण के लिए सर्जरी शुरू हुई और रात तीन बजे सर्जरी पूरी हुई। इस ऑपरेशन को डॉ. विजय ग्रोवर ने लीड किया।

शुरू हुई सुविधा

केंद्र सरकार के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भी दिल प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू हो गई है। आरएमएल दिल प्रत्यारोपण की सुविधा उपलब्ध कराने वाला दिल्ली का तीसरा सरकारी अस्पताल बन गया है। इससे पहले यह सुविधा एम्स व धौला कुआं स्थित आर्मी अस्पताल में थी।

युवती ने चार को दी जिंदगी

स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संगठन (पीजीआइएमईआर) चंडीगढ़ में ब्रेन डेड हुई 15 वर्षीय किशोरी के अंगदान से चार लोगों को जिंदगी मिली। दिल्ली में हॉर्ट ट्रांसप्लांट के अलावा दो लोगों की आंखों को रोशनी मिल सकेगी। नोटो के अनुसार किडनी, लिवर व पैंक्रियाज पीजीआइ में ही तीन मरीजों को प्रत्यारोपित किया गया।

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