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पैसों के लिए उसी ने कर दी मां और दादी की हत्या, वेलकम इलाके में जिस पर जताया भरोसा
नई दिल्ली : उत्तर पूर्वी दिल्ली के वेलकम इलाके में सास बहू के हत्या की सनसनीखेज वारदात को उत्तर पूर्वी जिला पुलिस ने सुलझा लिया है. इस दोहरे हत्याकांड को बुजुर्ग महिला के पोते के दोस्त ने लूटपाट के इरादे से अंजाम दिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू और लूटा गया ज्वेलरी और कैश बरामद कर लिया. उत्तर पूर्वी जिला के डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान हर्षित के तौर पर की वह नवीन शाहदरा का रहने वाला है.
डीसीपी ने बताया कि मंगलवार को तड़के तकरीबन 4:30 बजे वेलकम थाना पुलिस को दोहरे हत्याकांड की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस को शशांक राय ने बताया कि वह अपने भाई सार्थक राय के साथ हरिद्वार और मसूरी घूमने के लिए गया था. तड़के जब वह लौटा तो उन्होंने बार-बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से किसी ने दरवाजा नहीं खोला. उसने अपने पास मौजूद अतिरिक्त चाबियों से दरवाजा खोला. अंदर पहुंचने पर मां डॉली राय का शव ग्राउंड फ्लोर पर खून से लथपथ सोफे पर पड़ा था. पेट में चाकू के घाव थे. वह घर की पहली मंजिल पर पहुंचा तो दादी विमला देवी का शव बेड पर पड़ा था. घर का सामान बिखरा था. अलमीरा में रखा नगदी और जेवरात गायब था. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू की गई .
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसीपी/भजनपुरा की देखरेख में थाना वेलकम एंड ऑपरेशन विंग, नेड की संयुक्त टीम को मामले को सुलझाने का जिम्मा सौंपा गया. टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए और पड़ोसियों से जानकारी जुटाई गई. जांच में सामने आया कि डॉली राय रोजाना अपने पालतू कुत्ते के साथ मॉर्निंग वॉक के लिए जाती थी, लेकिन सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि वह 14 अगस्त की सुबह बाहर नहीं आई थी. कॉल डिटेल में पता चला कि विमला देवी, बहू डॉली राय को दैनिक जरूरतों के लिए लगभग 15-20 बार फोन करती थी. क्योंकि वह बिस्तर पर थी और वह पूरी तरह से दूसरे पर निर्भर थी, लेकिन 13 अगस्त की रात 9 बजे के बाद से कोई कॉल नहीं आया. यह लगभग पुष्टि हो गई कि 13 अगस्त की रात 9 बजे के बाद दोनों की हत्या की गई थी.
मंदिर में पूजा करने के बाद कर दी हत्या
पूछताछ में शशांक ने बताया कि वह दिल्ली के चांदनी चौक के तिलक बाजार में राय ब्रदर्स के नाम और शैली में पूजा समागरी की दुकान चलाता है. घूमने जाने से पहले उन्होंने दुकान के साथ-साथ घर की जिम्मेदारी अपने परिवार के दोस्त हर्षित को सौंपी थी. पड़ोसियों से पूछताछ से पता चला कि डॉली राय को 13 अगस्त की शाम को हर्षित के साथ देखा गया था, जब वह मंदिर गई थी. हर्षित से पूछताछ की गई तो वह लगातार अपना वर्जन बदलकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था. सीसीटीवी में हर्षित के 14 अगस्त को भी डॉली के घर जाने का खुलासा हुआ, जिससे उस पर शक हो गया. यह भी सामने आया कि हर्षित ने शशांक से ब्याज पर 4-5 लाख रुपए की राशि उधार ली थी. इसे ब्याज की उच्च दर पर किसी अन्य पार्टी को आगे उधार दिया था. पैसे की कमी के कारण वापस करने में सक्षम नहीं था. कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपराध कबूल कर लिया.
दोस्त का उधार चुकाने के लिए कत्ल
पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह बेरोजगार है. उसने ब्याज पर शशांक से 4-5 लाख रुपए उधार लिए थे, लेकिन वह पैसे वापस नहीं कर पा रहा था. पैसे वापस करने का दबाव था. उसे जैसे ही शशांक और सार्थक के हरिद्वार / मसूरी की यात्रा के बारे में पता था तो उसने हत्या और लूटपाट की योजना बनाई. वारदात को अंजाम देने के लिए उसने बाजार से एक स्टेनलेस स्टील चाकू खरीदा और उसे अपनी स्कूटी में रखा. 13 अगस्त की रात में योजना को अंजाम देने के योजना बनाई. उसे इस बात की जानकारी थी कि घर का फ्रंट सीसीटीवी कैमरा खराब है. डॉली राय के साथ मंदिर से लौटने के बाद उसने तकिए से चेहरे को दबाकर और चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी. उसके बाद पहली मंजिल पर पहुंचा और उसी तरीके से विमला देवी की भी हत्या कर दी और पालतू कुत्ते को एक कमरे में बंद कर दिया. बाद में उसने पैसे और गहनों की पूरे घर में तलाश की. जो भी नकदी और कैश मिला उसे लूट लिया. गुमराह करने के लिए अपने छत का दरवाजा खोल दिया. ताकि पुलिस को लगे कि छत से आए बदमाशों ने इस पूरी वारदात को अंजाम दिया.
वारदात को आजम देने के बाद घर पहुंचने के बाद उसे अचानक पीड़ित घर की छत पर लगे सीसीटीवी कैमरे के बारे में याद आया. 14 अगस्त को वह फिर से पीड़ित के घर पहुंचा. सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया और चला गया. इस कैमरे में उसकी तस्वीर कैद थी, जिससे इस पूरी वारदात पर से पर्दा उठ गय. उसकी निशानदेही पर चाकू, स्कूटी और मोबाइल फोन बरामद किया गया है. फिलहाल इस मामले में आगे की जांच की जा रही है.