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दिल्ली समेत उत्तरी भारत में घना कोहरा, यातायात प्रभावित

Admin4
20 Dec 2022 11:50 AM GMT
दिल्ली समेत उत्तरी भारत में घना कोहरा, यातायात प्रभावित
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नई दिल्ली: दिल्ली समेत देश के उत्तरी मैदानी इलाकों में मंगलवार सुबह लगातार दूसरे दिन 'बहुत घना' कोहरा छाया रहा. राष्ट्रीय राजधानी में दृश्यता घटकर 50 मीटर तक रह गयी और यातायात भी प्रभावित हुआ. हालांकि, हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि उड़ान सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, 'बहुत घना' कोहरा तब कहा जाता है जब दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच होती है, 51 से 200 मीटर के बीच दृश्यता को 'घना' कोहरा, 201 से 500 को 'मध्यम' और 501 से 1,000 मीटर के बीच दृश्यता को 'हल्का' कोहरा कहा जाता है.
मौसम विभाग ने सोमवार को अनुमान जताया था कि सिंधु-गंगा के मैदानी हिस्सों यानी उत्तरी भारत के मैदानी क्षेत्रों में अगले पांच दिन ''घने से बहुत घना कोहरा'' छाया रह सकता है जिससे ट्रेनों तथा उड़ानों को रद्द किया जा सकता है या उनके मार्ग में परिवर्तन किया जा सकता है. मंगलवार को 11 ट्रेनें एक से पांच घंटे की देरी से चलने की खबर है. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि पालम और सफदरजंग हवाईअड्डों पर सुबह साढ़े पांच से सात बजे के बीच दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई. उपग्रह से ली गयी तस्वीरों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कोहरे की मोटी परत दिखी. मौसम विभाग ने सोमवार को एक बयान में कहा था, ''सिंधु-गंगा के मैदानी हिस्सों में निचले क्षोभमंडलीय स्तर पर नमी और हल्की हवा चलने के कारण पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिन रात/सुबह के समय घने से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. आईएमडी ने एक परामर्श जारी करते हुए कहा कि राजमार्गों पर वाहन चलाने में मुश्किल के कारण वाहनों के बीच टक्कर होने की आशंका है. परामर्श में कहा गया है, "ट्रेनों के देरी से चलने, मार्ग बदलने और रद्द होने की संभावना है. उड़ान में देरी और रद्द होने से हवाई यातायात संचालन प्रभावित होने की संभावना है.
नई दिल्ली: दिल्ली समेत देश के उत्तरी मैदानी इलाकों में मंगलवार सुबह लगातार दूसरे दिन 'बहुत घना' कोहरा छाया रहा. राष्ट्रीय राजधानी में दृश्यता घटकर 50 मीटर तक रह गयी और यातायात भी प्रभावित हुआ. हालांकि, हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि उड़ान सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, 'बहुत घना' कोहरा तब कहा जाता है जब दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच होती है, 51 से 200 मीटर के बीच दृश्यता को 'घना' कोहरा, 201 से 500 को 'मध्यम' और 501 से 1,000 मीटर के बीच दृश्यता को 'हल्का' कोहरा कहा जाता है.
मौसम विभाग ने सोमवार को अनुमान जताया था कि सिंधु-गंगा के मैदानी हिस्सों यानी उत्तरी भारत के मैदानी क्षेत्रों में अगले पांच दिन ''घने से बहुत घना कोहरा'' छाया रह सकता है जिससे ट्रेनों तथा उड़ानों को रद्द किया जा सकता है या उनके मार्ग में परिवर्तन किया जा सकता है. मंगलवार को 11 ट्रेनें एक से पांच घंटे की देरी से चलने की खबर है. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि पालम और सफदरजंग हवाईअड्डों पर सुबह साढ़े पांच से सात बजे के बीच दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई. उपग्रह से ली गयी तस्वीरों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कोहरे की मोटी परत दिखी. मौसम विभाग ने सोमवार को एक बयान में कहा था, ''सिंधु-गंगा के मैदानी हिस्सों में निचले क्षोभमंडलीय स्तर पर नमी और हल्की हवा चलने के कारण पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिन रात/सुबह के समय घने से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. आईएमडी ने एक परामर्श जारी करते हुए कहा कि राजमार्गों पर वाहन चलाने में मुश्किल के कारण वाहनों के बीच टक्कर होने की आशंका है. परामर्श में कहा गया है, "ट्रेनों के देरी से चलने, मार्ग बदलने और रद्द होने की संभावना है. उड़ान में देरी और रद्द होने से हवाई यातायात संचालन प्रभावित होने की संभावना है.
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