दिल्ली-एनसीआर

30 दिनों में 10 में से 8 घरों तक पहुंचा कोरोना और बुखार

Admin4
18 Aug 2022 2:51 PM GMT
30 दिनों में 10 में से 8 घरों तक पहुंचा कोरोना और बुखार
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न्यूज़क्रेडिट: आजतक

दिल्ली-एनसीआर के लोग अभी कोरोना को पूरी तरह हरा नहीं पाए हैं और इस बीच वायरल बुखार और फ्लू ने दस्तक दे दी है. कोविड के केस बढ़ भले रहे हों लेकिन इसका डर लोगों के मन से निकल चुका है, जो बड़े खतरे को दावत दे सकता है. इस बीच चिंता में डालने वाला एक आंकड़ा भी सामने आया है. बीते 30 दिनों में 10 में से 8 घर कोविड या फिर वायरल बुखार या फ्लू की चपेट में आए हैं. लोगों का कहना है कि उन्होंने कोविड या फिर सर्दी/जुकाम जैसे लक्षण महसूस किए हैं.

वैसे तो मानसून सीजन में वायरल बुखार, जुकाम के मामले बढ़ना आम सी बात है. लेकिन सर्वे बताता है कि ये काफी तेजी और बड़ी संख्या में बढ़ रहे हैं जो चिंता बढ़ाता है. किए गए एक सर्वे के इसके मुताबिक, बीते साल दिल्ली-एनसीआर के 41 फीसदी घर वायरल की चपेट में आए थे, वहीं इस साल जुलाई से अगस्त के बीच 82 फीसदी घर में लोगों की तबीयत ठीक नहीं है. ऐसे मामलों में वृद्धि के पीछे कोविड भी बड़ी वजह है.

LocalCircles नाम के प्लेटफॉर्म ने इसकी जानकारी जुटाने के लिए एक सर्वे किया है. सर्वे के मुताबिक, 10 में से 8 घर के लोगों ने माना कि उनके परिवार के एक या उससे ज्यादा लोगों को कोविड जैसे लक्षण रह चुके हैं. जिसमें बुखार, नाक बहना, थकान आदि शामिल है.

रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर लोगों ने होम किट की मदद से पता किया कि उनको कोविड है या फिर वायरल फीवर. हालांकि, दोनों में से किसी का भी होना चिंता बढ़ाता है. क्योंकि इसका परिवार के दूसरे सदस्यों में फैलने का खतरा बना ही रहता है. खासकर बच्चों या फिर जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है उनको खतरा ज्यादा रहता है.

LocalCircles ने यह सर्वे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद के लोगों के बीच जाकर किया. इसमें 11 हजार लोगों को शामिल किया गया था. इसमें 63 फीसदी पुरुष और 37 फीसदी महिलाएं शामिल थीं.

बीते 30 दिनों में 10 में से 8 लोगों को वायरल के लक्षण दिखना डराता भी है. क्योंकि पिछले साल इसी दौरान जब यह सर्वे हुआ था जब 10 में से सिर्फ 4 लोगों ने माना था कि वह या उनके परिवार के लोग वायरल की चपेट में आए हैं.

दिल्ली में बढ़ रहे कोविड मरीज

दिल्ली में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. कोविड संक्रमण दर करीब 20 फीसदी है. इसके साथ-साथ हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. बीते 17 दिनों में 87 लोगों की कोविड की वजह से मौत भी हो चुकी है. खतरे को देखते हुए 149 कंटेनमेंट जोन बढ़ाए गए हैं.

कोविड केसों के बढ़ने के पीछे ओमिक्रोन BA.2.75 के नए रूप को वजह माना जा रहा है. इसी की वजह से फिर से हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में उछाल भी आया है. फिलहाल, डॉक्टर सावधानी बरतने पर जोर दे रहे हैं, वहीं सरकार का कहना है कि जल्द से जल्द बूस्टर डोज लगवाकर इससे बचा जा सकता है. दिल्ली से ही जुड़ा इसका एक आंकड़ा भी सामने आया था. पता चला था कि हॉस्पिटलाइज हो रहे 90% मरीजों ने बूस्टर डोज नहीं लगवाई थी.

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