- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- एमसीडी के खिलाफ आम...
x
एमसीडी द्वारा बढ़ाए गए हाउस टैक्स और लाइसेंस ट्रेड फीस के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया
नई दिल्ली: एमसीडी द्वारा बढ़ाए गए हाउस टैक्स और लाइसेंस ट्रेड फीस के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया। शनिवार को आप कार्यकर्ताओं ने दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय का घेराव किया। आप विधायक दुर्गेश पाठक के नेतृत्व में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और नई नीति का विरोध करते हुई भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि एमसीडी ने ट्रेड लाइसेंस के नाम पर कई गुना फीस बढ़ा दी है, जिसका असर व्यापारियों से लेकर आम आदमी तक सभी पर पड़ेगा। जब तक ये बढ़ी हुई दरें वापस नहीं होंगी विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
आम आदमी पार्टी ने ये आरोप लगाया है कि बीजेपी लगातार देश को लूटने का काम कर रही है। बीजेपी के नेता देश के लिए अपनी जेब भरने के लिए काम करते हैं। बीजेपी की एमसीडी लगाते दिल्ली में टैक्स बढ़ती जा रही है। हाउसिंग टैक्स से लेकर कूड़ा उठाने तक में बीजेपी की एमसीडी ने जो टैक्स बढ़ाए हैं इसके खिलाफ आम आदमी पार्टी लगातार टैक्स वापस लेने की मांग कर रही है।
आप नेता दुर्गेश पाठक का आरोप है कि लोगों को परेशान करने के लिए एमसीडी 2004 से लेकर अब तक की हाउस टैक्स जमा करने की रसीद मांग रही है। कुछ दिन पहले एलजी ने दिल्ली वालों को 'चोर बेइमान' कहा था और कहा था कि अगर दिल्ली वाले ईमानदारी से टैक्स जमा करें तो शायद एमसीडी हिंदुस्तान का सबसे धनी निगम बन सकता है। इसका विरोध हुआ। आप सड़कें नालियां साफ नहीं करते, कूड़ा नहीं उठाते, वह हम बर्दाश्त कर लेंगे, लेकिन 'चोर' कहना बर्दाश्त नहीं करेंगे।
आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी की एमसीडी ने दिल्ली वालों को तंग करने का एक नया फॉर्मूला निकाला है। वे लोगों को नोटिस भेज रहे हैं कि इसका सबूत दो कि हर महीने हाउस टैक्स जमा किया है। यह भी वे 2004 से अब तक की रसीद मांग रहे हैं। एलजी हाउस से लेकर BJP का कोई नेता भी यह नहीं दे सकता है। मैं BJP नेताओं से कहना चाहता हूं कि ये सब हरकतें बंद करो। दिल्ली वाले ऐसे ही बहुत परेशान हैं। मैं BJP को चेतावनी देता हूं कि ऐसी ऊलजलूल हरकतें बन्द करिए, आपके पास इतनी बड़ी एजेंसी है। आपके पास सभी डॉक्यूमेंट हैं, उनके आधार पर लोगों से बात करिए जिन्होंने हाउस टैक्स नहीं दिए। ऐसी चोरबाजारी की स्कीम बंद करिए।
Rani Sahu
Next Story