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गौ माता स्व-सहायता समूह की महिलाएं टिपनी गौठान में कर रहे है गोबर से प्राकृतिक पेंट का उत्पादन

jantaserishta.com
1 Jun 2023 2:32 AM GMT
गौ माता स्व-सहायता समूह की महिलाएं टिपनी गौठान में कर रहे है गोबर से प्राकृतिक पेंट का उत्पादन
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बेमेतरा: जिला मुख्यालय बेमेतरा से करीब 25 किलोमीटर दूर ग्राम टिपनी में शासन की फ्लैगशिप योजना गोधन न्याय योजना अंतर्गत गौठान में महिला स्व सहायता समूह के द्वारा विभिन्न आय मूलक गतिविधियों का संचालन कर अपने आर्थिक स्थिति में बदलाव कर सकारात्मक कहानियां लिख रही हैं। यहां के गौठान न केवल पशुओं को रखने का एक जगह है, बल्कि आजीविकामूलक गतिविधियों का एक सशक्त माध्यम भी है। जिसके माध्यम से वे अपने और अपने परिवार की आजीविका को समृद्ध और मजबूत बना रही है। गौठानों की विविधतापूर्ण रोजगार गतिविधियां व सहभागिता से इन महिलाओं ने अपना एक नया संसार रचा है। गौ माता स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती लिमेश्वरी ने बताया कि प्रशासन द्वारा गौठान में विभिन्न गतिविधियों के अलावा पेंट निर्माण हेतु मशीन स्थापित किया गया और प्रशिक्षण भी दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त कर हम सभी प्राकृतिक पेंट का निर्माण कर रहे हैं। गौठान में अन्य गतिविधियों के संचालन हेतु सभी विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों के द्वारा मार्गदर्शन भी दिया गया। उन्होने बताया कि प्राप्त लाभ राशि का उपयोग समूह की गतिविधि एवं सदस्यों में वितरण कर आर्थिक उपयोग करते है। समूह की अध्यक्ष लिमेश्वरी साहू ने बताया कि समूह को अब तक 128400 रुपये का आय प्राप्त हुआ है, प्राप्त आय से मैने मोबाईल खरीदी और समूह के अन्य सदस्य भी अपने-अपने परिवार के खर्च में सहयोग प्रदान कर रही है। उन्होने कहा कि गोबर से प्राकृतिक पेन्ट निर्माण करने का उद्देश्य हमारी परम्परागत संस्कृति को बढ़ावा देना है। हमारे गौठान में उत्पादित प्राकृतिक पेन्ट का उपयोग सभी शासकीय भवनो में रंगरोगन के लिए किया जा रहा है, साथ ही निजी घर के रंगरोगन में इसका उपयोग कर रहे हैं, जिससे लोग गोबर के महत्व व शुद्धता को समझ रहे है और प्राकृतिक पेन्ट का उपयोग कर अपने घरो को शुद्ध कर रहे है। गौ-माता स्व सहायता समूह के माध्यम से प्राकृतिक पेन्ट का उपयोग करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिये सभी तरह से प्रयास किये जा रहे है जिससे गौ-माता की रक्षा किया जा सके व हमारी संस्कृति को बढ़ावा दे सके।
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