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कोरबा की स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए आचार, पापड़, साबुन के सामने बड़ी कंपनियों के उत्पाद फीके
कोरबा: कोरबा जिले की ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे आचार, पापड, मसाले, साबुन एवं अन्य खाने-पीने के सामानों के स्वाद के सामने बड़ी कंपनियों के उत्पाद फीके नजर आ रहे हैं। ग्रामीण महिलाएं स्वसहायता समूह के माध्यम से जुड़कर विभिन्न उत्पादों के निर्माण में लगी हुई हैं। महिलाओं को समूह के माध्यम से स्थानीय स्तर पर एक ओर रोजगार मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर लोगों को खाने-पीने के बेहतर और स्वादिष्ट सामान उपलब्ध हो रहे हैं। विकासखण्ड कटघोरा के अंतर्गत जननी महिला संकुल संगठन धंवईपुर से जुड़ी विभिन्न स्वसहायता समूह की महिलाएं रोजगार सृजन के साथ विभिन्न प्रकार के उत्पाद निर्माण में लगे हुए हैं। क्लस्टर के अंतर्गत मां दंतेश्वरी महिला स्व सहायता समूह जेन्जरा द्वारा आत्मनिर्भरता व महिला सशक्तीकरण का उदाहरण पेश करते हुए मसाला निर्माण का काम किए जा रहे हैं। जिसमे समूह से जुड़ी 10 महिलाएं विभिन्न प्रकार के मसाले शुद्ध रूप से अपने हाथों से तैयार कर रहीं है। इन मसालों में दादी-नानी के हाथों से तैयार मसालों जैसे बेहतर, स्वादिष्ट स्वाद तथा अपनापन है। समूह की महिलाओं द्वारा सामुदायिक निधि के माध्यम से यह कार्य किये जा रहे हैं। महिलाओं द्वारा उत्पादित सामानों की मांग लगातार बनी हुई है जिससे महिलाओं में उत्साह व्याप्त है।