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आकांक्षी जिलों की प्रगति अन्य जिलों की तुलना में और अधिक तेज गति से होना चाहिए: प्रभारी सचिव आर. संगीता

jantaserishta.com
7 May 2022 4:22 AM GMT
आकांक्षी जिलों की प्रगति अन्य जिलों की तुलना में और अधिक तेज गति से होना चाहिए: प्रभारी सचिव आर. संगीता
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महासमुंद: छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग, वन विभाग एवं आकांक्षी जिला महासमुंद के प्रभारी सचिव श्रीमती आर. संगीता ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में जिला अधिकारियों की बैठक लेकर आकांक्षी जिला के सूचकांकों में प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने आकांक्षी जिला के विभिन्न सूचकांकों, स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, कौशल एवं वित्तीय समावेश, बुनियादी ढांचे सहित अन्य क्षेत्रों में किए गए कार्यों एवं उपलब्धियों की समीक्षा की तथा डेल्टा रैंकिंग में सुधार के लिए बेहतर प्रदर्शन करते हुए कमियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस. आलोक सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

प्रभारी सचिव श्रीमती संगीता ने समीक्षा करते हुए कहा कि आकांक्षी जिलों की प्रगति अन्य जिलों की तुलना में और अधिक तेज गति से होना चाहिए। इसके लिए समन्वित तरीके से कार्य करने की जरूरत है। स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में जागरूकता बहुत जरूरी है। उन्होंने जनसामान्य में भी जागरूकता लाने के लिए विशेष रूप से कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने क्षेत्रीय विकास एवं समस्याओं और उसके समाधान के लिए भी अधिकारियों से विस्तार से बात की। उन्होंने कहा नीति आयोग की ओर से जारी लिस्ट में कुछ पैरामीटर में न्यूट्रिशन में और ज्यादा काम करने की जरूरत है। इसकी पूरी योजना बनाकर और तेजी से काम किया जाए। शासन द्वारा योजनाएं लोगों के हित के लिए बनायी जाती हैं।
स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में उत्कृष्ट परिणाम लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को समन्वय बनाकर बेहतर कार्य करने कहा गया। उन्होंने कहा एनीमिया दूर करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत पौष्टिक गरम भोजन वितरण के समय हितग्राहियों को आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट खिलाया जाए। सभी गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत पंजीयन एवं संस्थागत प्रसव, हीमोग्लोबिन की जांच, आंगनबाड़ी में गर्भवती महिलाओं केा गरम भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला के सूचकांकों में महासमुंद जिले में अच्छा कार्य किया जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन एवं अन्य विभागों द्वारा सतत् रूप से नवाचार अपनाकर कार्य कर रहें है। इससे निश्चित रूप से शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल होगी। जैविक खेती एवं फसल चक्र अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे किसानों के फसलों की उपज में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ आय में भी वृद्धि होगी।
अधिकारियों ने बताया कि महासमुंद जिले में कृषि एवं जल संसाधन विभाग को नीति आयोग द्वारा सितम्बर माह में पशुधन में बेहतर कार्य जैसे टीकाकरण, कृत्रिम गर्भधान एवं पशुओं में पशुधन की उच्च प्रगति के लिए दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इसका मुख्य कारण यहां के नागरिकों की जागरूकता एवं शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा पशुपालकों के साथ बेहतर समन्वय रहा है।
इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा नवाचार करते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत हितग्राहियों को 6 माह से तीन वर्ष के 10768 बच्चों एवं 15 से 49 वर्ष की 15 हजार से अधिक एनीमिक महिला हितग्राहियों को सप्ताह में तीन दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गरम भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी तरह राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले कमार जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के 77 पंचायतों की आंगनबाड़ी केन्द्रोें में हितग्राहियों को सप्ताह में तीन दिन उबला अण्डा खिलाया जाता है। जिले के सात सौ से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों पोषण वाटिका विकसित की गई है। जिसके माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बाड़ी में लगे फल और सब्जी का प्रयोग गरम भोजन प्रदाय में कर रही है। इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में कोविड महामारी के दौरान सीखने की कमी को दूर करने के लिए पढ़ाई तुंहर दुआर, सौ दिन सौ कहानियां, अंगना में शिक्षा कार्यक्रम, कोचिंग तुंहर दुआर, स्मार्ट क्लास, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नवकिरण अकादमी का गठन, आईटीआई के साथ समन्वय स्थापित कर रोजगारोन्मुखी व्यावसायिक शिक्षा, गुड मॉर्निंग महासमुंद जैसे अन्य विभागों में भी नवाचार अपनाया जा रहा है।


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