सुकमा: सुराजी गांव योजना को सशक्त करने प्रदेश भर में ग्रामीण अंचलों में गोठान का संचालन किया जा रहा है। जिससे छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी, नरवा गरवा घुरुवा बारी के संवर्धन के साथ ही रोजगार मूलक गतिविधियों से महिला समूहों को जोड़कर उनके आर्थिक विकास का कार्य किया जा रहा है।
सोमवार को जिले के समस्त गोठानों में हर्षाेल्लास के साथ गौठान दिवस मनाया गया। जिसमें जिला स्तरीय अधिकारियों ने गौठान नोडल अधिकारी, स्व सहायता समूह के सदस्य, एफएलसीआरपी, ग्रामीण, सचिव एवं जनप्रतिनिधि गण के साथ गोठान की वस्तुस्थिति, गोठानों में संपादित किए जा रहे रोजगार मूलक कार्य और गोठान के बेहतर संचालन हेतु कार्यों पर विस्तृत चर्चा की। अधिकारी कर्मचारीयों द्वारा ग्राम वासियों को गोठान की महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक संबोधन किया गया। सभी समूहों को मल्टी एक्टिविटी कार्य करने प्रेरित किया गया तथा आय उपार्जन करने की योजना पर चर्चा की गई। इसके साथ ही महिला समूहों के समस्याओं, गोठान के समस्याओं का निराकरण भी किया गया। इस अवसर पर ग्राम किकिरपाल गोठान मंें पशु चिकित्सा विभाग द्वारा गौठान में उपस्थित बकरियों पशुओं का टीकाकरण एवं उपचार किया गया और पशुओं एवं मुर्गियों के लिए औषधि वितरण किया गया।