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वर्ल्ड बैंक ने कोविड के दूसरे वेब से बाहर निकलने पर की भारत की तारीफ

Apurva Srivastav
9 Jun 2021 3:30 AM GMT
वर्ल्ड बैंक ने कोविड के दूसरे वेब से बाहर निकलने पर की भारत की तारीफ
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दूसरी लहर का इकोनॉमी पर पड़ा असर

भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) की मौजूदा स्थिति को काफी मुश्किल बताते हुए विश्व बैंक (World Bank) के अध्यक्ष डेविड मालपास ने कहा कि महामारी की दूसरी लहर से गहरी चोट खाने से पहले भारत ने कोविड- 19 (COVId-19) से मुकाबले में अच्छी प्रगति कर ली थी. भारत ने अप्रैल और मई माह के दौरान कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर से मुकाबला किया. इस दौरान रोजाना 3 लाख से अधिक नये मामले सामने आ रहे थे. अस्पतालों में बिस्तरे उपलब्ध नहीं थे. चिकित्सा आक्सजीन की भी कमी हो गई थी. एक समय मध्य मई में कोरोना वायरस के नये मामले 4 लाख के भी पार निकल गये थे.

दूसरी लहर का इकोनॉमी पर पड़ा असर
मालपास ने वैश्विक आर्थिक संभावना पर ताजा रिपोर्ट जारी करने के अवसर ये बातें कहीं. उन्होंने कहा, यह भारत के लिए बहुत कठिन स्थिति है. भारत ने कोविड के खिलाफ लड़ाई में प्रगति हासिल की थी और उसके बाद उसे बहुत बहुत बड़ी दूसरी लहर का सामाना करना पड़ा जिसकी वजह से कई मौतें हुई और फिर से लॉकडाउन लगाना पड़ा, जिससे अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है.
तेजी से उपलब्ध कराई जा रही वैक्सीन
एक सवाल के जवाब में मालपास ने कहा, हम जान जाने पर शोक प्रकट करते हैं. भारत को गहरी चोट पहुंची है. जहां तक अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने की बात है, भारत के पास उसकी खुद की बड़ी टीका उत्पादन क्षमता है, उसका खुद का उत्पादन है. उसे तेजी से उपलब्ध कराया जा रहा है. उसका नये मामलों की संख्या पर प्रभाव पड़ेगा और मुझे लगता है इसका सकारात्मक असर दिखने लगा है.
वर्ल्ड बैंक संभावना समूह के निदेशक अयान कोसे ने कहा कि रिपोर्ट में 2021 में भारत की ग्रोथ रेट 8.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है. हमारे जनवरी के अनुमान के मुकाबले वास्तव में यह (2.9 फीसदी) बेहतर हुआ है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 की बड़ी लहर से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार काफी मजबूत था.


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