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Paytm-Zomato को जब लगी ‘लताड़’, तब आई इंवेस्टर्स को फायदा

Tara Tandi
24 Jun 2023 11:49 AM GMT
Paytm-Zomato को जब लगी ‘लताड़’, तब आई इंवेस्टर्स को फायदा
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पेटीएम, ज़ोमैटो, नायका, पॉलिसी बाज़ार, कार ट्रेड और डेल्हीवेरी सभी भारत में नई पीढ़ी के उद्योगपतियों की कंपनियां हैं। इन सभी ने जहां आम लोगों की जीवनशैली को बदलने का काम किया, वहीं दूसरी ओर एक सफल उद्योगपति बनने का सपना भी दिया। इसलिए जब ये कंपनियां शेयर बाजार में उतरीं तो लोगों ने उम्मीद के साथ इन कंपनियों के शेयरों में निवेश किया। लेकिन बाजार की अपनी चाल है, इसलिए उसकी 'लताड़' लोगों को मौके और वक्त के मुताबिक फैसले लेने पर मजबूर कर देती है। इन कंपनियों के साथ यही हुआ
अच्छी-खासी वैल्यूएशन के साथ बाजार में उतरी इन कंपनियों के शेयर जब बाजार में पहुंचे तो उनमें लगातार गिरावट जारी रही। इसका कारण कंपनियों के वित्तीय नतीजे थे, क्योंकि इन सभी कंपनियों के साथ सबसे बड़ी समस्या लाभप्रदता थी। इस पूरी कवायद में खुदरा निवेशकों को सबसे ज्यादा ठगा हुआ महसूस हुआ. हालाँकि, इसका सकारात्मक प्रभाव यह हुआ कि इस प्रक्रिया ने लोगों के काम करने के तरीके को बदल दिया।
साल 2022 में इन कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में करीब 1.59 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई। जबकि 2023 के लगभग 6 महीनों में इन सभी कंपनियों की हालत में सुधार हुआ है और बाजार पूंजीकरण में 45,000 करोड़ रुपये जुड़े हैं। इस तरह देखा जाए तो निवेशकों का घाटा कवर हो रहा है. इसकी वजह इन कंपनियों का बेहतर फाइनेंस होना और मुनाफे की ओर बढ़ना है।इन कंपनियों ने लाभप्रदता में आने के लिए कई कदम उठाए। उदाहरण के लिए कर्मचारियों की संख्या आवश्यकता से अधिक कम कर दी। कंपनी के ओवरहेड्स को कम किया और अन्य कंपनियों की अधिग्रहण नीति को तर्कसंगत बनाया।
इसका फायदा यह हुआ कि पेटीएम की मालिकाना कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में इस साल 63 फीसदी का उछाल आया है। जबकि 2022 में इसमें 60 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, पॉलिसी बाजार की मूल कंपनी पीबी फिनटेक के शेयरों में 53 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है, जबकि 2022 में इनमें 47 फीसदी की गिरावट आई थी।इसी तरह जोमैटो के शेयर 25 फीसदी, डेल्हीवेरी के शेयर 15 फीसदी और कार्ट्रेड के शेयर 2 फीसदी बढ़े हैं. हालांकि इस दौरान नायका के शेयरों में गिरावट आई है, लेकिन अब इसके शेयर में उड़ान देखी जा रही है।
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