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तिमाही आधार पर सुधरी बेरोजगारी, दर बढ़कर 13.3% हुई

Renuka Sahu
3 Aug 2021 2:39 AM GMT
तिमाही आधार पर सुधरी बेरोजगारी, दर बढ़कर 13.3% हुई
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फाइल फोटो 

महामारी की वजह से करोड़ों लोगों की रोजी रोटी छिनी है, हालांकि बेरोजगारी की दर में अब हल्का सुधार दिखने लगा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महामारी की वजह से करोड़ों लोगों की रोजी रोटी छिनी है, हालांकि बेरोजगारी की दर में अब हल्का सुधार दिखने लगा है. राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) की ओर से कि गए सर्वे में ये बात सामने आई है कि जुलाई-सितंबर 2020 में बेरोजगारी दर बढ़कर 13.3 परसेंट पर पहुंच गई, जबकि इसके साल भर पहले ये 8.4 परसेंट पर थी. हालांकि तिमाही आधार पर इसमें सुधार दिखा है.

तिमाही आधार पर सुधरी बेरोजगारी
लेबर फोर्स में कितने लोगों के पास नौकरी या कामकाज नहीं है, इसे बेरोजगारी की दर कहा जाता है. NSO की ओर से जारी आठवें लेबर फोर्स सर्वे के मुताबिक अप्रैल-जून 2020 में बेरोजगारी की दर 20.9 परसेंट पर पहुंच गई थी. जबकि जुलाई-सितंबर में ये 13.3 परसेंट है. NSO सर्वे के मुताबिक, सितंबर तिमाही 2020 में लेबर फोर्स में हिस्सा लेने वालों की दर 37 परसेंट थी, जो कि इसी तिमाही में साल भर पहले 36.8 परसेंट थी. अप्रैल-जून 2020 में ये दर 35.9 परसेंट पर थी.
अबतक 8 सर्वे जारी हुए
लेबर फोर्स का आशय आबादी के उस हिस्से से है जो वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन के लिए आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए लेबर की सप्लाई करता है या आपूर्ति करता है और इसलिए, इसमें 'रोजगार' और 'बेरोजगार' दोनों व्यक्ति शामिल हैं. PLFS ने अबतक दिसंबर 2018, मार्च 2019, जून 2019, सितंबर 2019, दिसंबर 2019, मार्च 2020 और जून 2020 की अवधि के लिए अपने 7 तिमाही सर्वे जारी किए हैं. लेटेस्ट बुलेटिन 8वां सर्व है.
क्या है लेबर फोर्स सर्वे
NSO ने साल 2017 में पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) की शुरुआत की थी. सर्वे के आधार पर एक तिमाही बुलेटिन जारी किया जाता है. इसमें लेबर फोर्स के इंडिकेटर्स के अनुमानों के बारे में जानकारी दी जाती है, जैसे बेरोजगारी दर, वर्कर पॉपुलेशन अनुपात, लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट, मौजूदा साप्ताहिक स्थिति वैगरह. मौजूदा साप्ताहिक स्थिति (CWS) सर्वे अधि के दौरान 7 दिन के शॉर्ट पीरियड में बेरोजगारी की एक औसत तस्वीर पेश करती है. CWS में ये माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति ने हफ्ते में 1 घंटे भी काम नहीं किया तो उसे बेरोजगार माना जाएगा, लेकिन उसे काम चाहिए या वो उपलब्ध है, भले ही वो इस अवधि के दौरान केवल 1 घंटे के लिए हो.


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