x
हाइपरलोकल क्विक कॉमर्स कंपनी डंजो (Dunzo) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) और गूगल (Google) द्वारा समर्थित इस कंपनी ने अपने कुछ कर्मचारियों का 50 प्रतिशत वेतन रोक दिया है. इन कर्मचारियों को जून की सैलरी आधी ही दी गई है. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मैनेजर ग्रेड और उससे ऊपर का स्टाफ कंपनी के इस फैसले से प्रभावित हुआ है.
कब मिलेगी शेष सैलरी?
रिपोर्ट में बताया गया है कि मैनेजर ग्रेड और उसके ऊपर के कर्मचारियों को जून की सैलरी का केवल 50% हिस्सा ही मिला है. शेष 50 प्रतिशत का कंपनी बाद में भुगतान करेगी. Dunzo 15 से 25 जुलाई तक इन कर्मचारियों की बकाया सैलरी का भुगतान कर सकती है. माना जा रहा है कि कैश क्रंच के चलते कंपनी को ऐसा करना पड़ा है. बता दें कि इस कंपनी में रिलायंस रिटेल, गूगल सहित अन्य निवेशकों ने अच्छा-खासा पैसा लगाया है. कंपनी ने कुछ वक्त पहले छंटनी भी की थी.
रिलायंस की इतनी हिस्सेदारी
पिछले साल की शुरुआत में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की रिटेल यूनिट रिलायंस रिटेल ने ग्रोसरी की ऑनलाइन डिलीवरी कारोबार में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने के लिए डंजो में 25.8 फीसदी हिस्सेदारी 20 करोड़ डॉलर (लगभग 1488 करोड़ रुपए) में खरीदी थी. उस समय कंपनी की सेवाएं 7 मेट्रो शहरों में उपलब्ध थीं, जिसे जल्द ही 15 शहरों में विस्तारित करने की योजना थी. डंजो कंपनी का फोकस 15-20 मिनट में फल-सब्जियों की होम डिलीवरी पर है. उस समय यह भी कहा गया था कि फंडिंग के अलावा डंजो और रिलायंस रिटेल आपस में कुछ व्यावसायिक साझेदारी भी करेंगी. Dunzo रिलायंस रिटेल द्वारा संचालित रिटेल स्टोर्स के लिए हाइपरलोकल लॉजिस्टिक्स प्रदान करेगी साथ ही जियोमार्ट के मर्चेंट नेटवर्क के लिए लास्ट माइल डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध कराएगी.
ऐसी है वित्तीय सेहत
इस रिपोर्ट में कंपनी की वित्तीय स्थिति के बारे में भी बताया गया है. कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की फाइलिंग के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का कुल रिवेन्यु 67.7 करोड़ रुपए था. जबकि कुल खर्चे 531.7 करोड़ रुपए थे. कंपनी का ऑपरेटिंग रिवेन्यु FY21 के 25.1 करोड़ रुपए से बढ़कर 54.3 करोड़ रहा. इसके बावजूद, समेकित घाटा सालाना (Consolidated Loss) आधार पर दो गुना बढ़कर 464 करोड़ रुपए हो गया. इस दौरान, कंपनी ने कर्मचारियों पर करीब 138 करोड़ रुपए खर्च किए. इसी तरह, विज्ञापन और प्रचार पर 64.4 करोड़ का खर्चा हुआ, जो वित्त वर्ष 2021 में किए गए 11 करोड़ की तुलना में लगभग 6 गुना अधिक है.
Next Story