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बिकने वाला है इंडियाबुल्स का ये कारोबार, जानिए कौन है खरीदार

Neha Dani
11 Sep 2021 9:01 AM GMT
बिकने वाला है इंडियाबुल्स का ये कारोबार, जानिए कौन है खरीदार
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जिसके लिए इंट्रेस्ट रेट फिक्स होगा. इसकी अवधि 24 महीने, 36 महीने, 60 महीने और 87 महीने की होगी.

इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (IBHFL) को उसके म्यूचुअल फंड व्यवसाय को 175 करोड़ रुपए में ग्रोव (Groww) को बेचने की भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India ) से मंजूरी मिल गई है. इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस कंपनी इंडियाबुल्स असेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (IAMCL) और इंडियाबुल्स ट्रस्टी कंपनी लिमिटेड (ITCL) की सब्सिडियरी कंपनी है.

इन दोनों कंपनियों ने इस साल मई में नेक्स्टबिलियन टैक्नालॉजी (ग्रोव) के साथ म्यूचुअल फंड व्यवसाय की बिक्री के लिए पक्का समझौता किया था. यह सौदा इन दोनों अनुषंगियों द्वारा किया जाएगा. आईबीएचएफएल ने एक नियामकीय सूचना में कहा है, ''इसी समझौते पर आगे … भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने नौ सितंबर 2021 को भेजे एक संदेश पत्र में सौदे को मंजूरी दे दी.'' कंपनी ने कहा है कि म्यूचुअल फंड व्यवसाय को बेचने के पीछे उसका मकसद अपने खुदरा रियल एस्टेट संपति प्रबंधन व्यवसाय पर ध्यान देना है. म्यूचुअल फंड उसका मूख्य कारोबारी क्षेत्र नहीं है.
150 मिलियन यूजर्स को सेवा देती है GROWW
ग्रोव ने अपना वित्तीय सेवाओं का कारोबार मई 2016 में शुरू किया था. बेंगलुरू मुख्यालय वाली इस कंपनी को टाइगर ग्लोबल, सेक्यूआ कैपिटल इंडिया, वाई कांबिनेटर और रिब्बिट कैपिटल जैसे निवेशकों का समर्थन प्राप्त है. कंपनी भारत के 900 से अधिक शहरों में डेढ करोड़ से अधिक उपयोगकर्ताओं को सेवाएं देती है.
डिबेंचर की मदद से 1000 करोड़ जुटाएगी कंपनी
इसके अलावा इंडियाबुल्स नॉन-कंवर्टिबल डिबेंचर (NCD) जारी कर बाजार से 1000 करोड़ जुटाएगी. बीते सप्ताह कंपनी ने कहा कि वह NCD जारी कर बाजार से फंड इकट्ठा करेगी. पिछले तीन सालों में कंपनी की इस तरह की यह पहली पेशकश होगी. गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) क्षेत्र में IL&FS क्राइसिस के बाद मुश्किल समय का सामना करने वाली इंडियाबुल्स हाउसिंग गारंटीशुदा और बिना गारंटी दोनों तरीकों से धन जुटाने की योजना बना रही है.
6 सितंबर को खुला डिबेंचर
निर्गम छह सितंबर को खुलेगा और 20 सितंबर, 2021 को बंद होगा. इंडियाबुल्स हाउसिंग के वाइस-चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गगन बंगा ने संवाददाताओं से कहा कि अतीत के झटके अब पीछे छूट गए हैं. कंपनी अब आस्तियों की गुणवत्ता के स्थिर रहने को लेकर ज्यादा आश्वस्त है. नॉन कंवर्टिबल डिबेंचर को लेकर कंपनी की तरफ से कहा गया कि कूपन रेट 8.05 फीसदी से 9.75 फीसदी सालाना के बीच होगा. कंपनी 10 सीरीज में NCD जारी करेगा जिसके लिए इंट्रेस्ट रेट फिक्स होगा. इसकी अवधि 24 महीने, 36 महीने, 60 महीने और 87 महीने की होगी.


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