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275 रुपये प्रति शेयर भाव पर हुआ सौदा इस कंपनी में लगाए 50 करोड़ रुपये

Teja
10 Feb 2022 8:21 AM GMT
275 रुपये प्रति शेयर भाव पर हुआ सौदा इस कंपनी में लगाए 50 करोड़ रुपये
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अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने 2,845 करोड़ रुपये में शापूरजी पालोनजी (SP) ग्रुप की स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (SWREL) में 40 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने 2,845 करोड़ रुपये में शापूरजी पालोनजी (SP) ग्रुप की स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (SWREL) में 40 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है. रिलायंस ने अक्टूबर 2021 में स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर में 40% हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया था. वहीं RIL की सब्सिडियरी रिलायंस न्यू एनर्जी लिमिटेड (RNEL) ने अल्टिग्रीन प्रोपल्शन लैब्स प्राइवेट लिमिटेड (Altigreen) के साथ 50.16 करोड़ रुपये का समझौता किया है.

RNEL समझौते के तहत बेंगलुरु की कंपनी में कंपलसरी कंवर्टेबल प्रेफरेंस शेयर्स खरीदेगी. बेंगलुरु स्थित अल्टिग्रीन दो, तीन और चार पहिया वाहनों के माध्यम से वाणिज्यिक परिवहन के लिए एक इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी और सॉल्यूशन प्रदान करती है. लेनदेन को मार्च से पहले पूरा करने का प्रस्ताव है.
40 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी
इससे पहले एसपी समूह ने अमेरिकी निजी इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनेशनल के साथ यूरेका फोर्ब्स के लिए 4,400 करोड़ रुपये का सौदा किया था. रिलायंस अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी लिमिटेड (आरएनईएल) के जरिए ये सौदा कर रही है. कंपनी ने प्राथमिक निवेश, द्वितीयक खरीद और खुली पेशकश के मेलजोल से स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी की है.
275 रुपये प्रति शेयर भाव पर हुआ सौदा
आरआईएल ने शेयर बाजार को बताया कि उसकी सहायक कंपनी आरएनईएल ने बुधवार को 1.96 करोड़ शेयर या एसडब्ल्यूआरईएल की 10.37 प्रतिशत हिस्सेदारी अधिग्रहित की. यह सौदा 275 रुपये प्रति शेयर की दर से हुआ. बयान के मुताबिक इस अधिग्रहण के साथ एसडब्ल्यूआरईएल में आरएनईएल की कुल 40 प्रतिशत हिस्सेदारी हो गई है.
कंपनी का बिजनेस
Altigreen ने एक E3 वाहन विकसित किया है और इसके वाहन बेंगलुरु में 100 फीसदी स्वदेशी मोबिलिटी प्लेटफॉर्म पर इन-हाउस बनाए गए हैं. वर्तमान में इसकी 26 वैश्विक पेटेंट वाले 60 देशों में उपस्थिति है.
8 फरवरी, 2013 को भारत में स्थापित FY19, FY20 और FY21 में इसका कारोबार क्रमशः 193.53 लाख रुपये, 61.62 लाख रुपये और 103.82 लाख रुपये रहा.
अधिग्रहण एक संबंधित पार्टी लेनदेन नहीं है और आरआईएल के प्रमोटर, प्रमोटर समूह या समूह कंपनियों में से कोई भी लेनदेन में शामिल उपरोक्त संस्थाओं में कोई दिलचस्पी नहीं है. आरआईएल ने कहा कि इस सौदे के लिए किसी सरकार या नियामकीय मंजूरी की जरूरत नहीं है.
भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्पेस ने मुख्य रूप से ईवी चार्जिंग प्लेटफॉर्म का विस्तार करने के लिए कंपनियों के साथ संबंध बनाने के लिए आरआईएल, अडाणी ग्रुप (Adani Group) और टाटा ग्रुप (Tata Group) जैसे समूहों को आकर्षित किया है


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