x
महंगाई और युद्ध के साइड इफेक्ट से जूझती दुनिया के बीच भारत में निवेश की परिस्थितियां पैदा हो रही हैं. प्रॉक्टर एंड गैंबल इंडिया जिसे देश में P&G के नाम से जाना जाता है वो गुजरात में एक नई पर्सनल हेल्थकेयर प्रोडक्ट के मैन्युफैक्चरिंग सेंटर को स्थापित करने जा रही है. कंपनी इस केन्द्र के निर्माण पर 2000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. कंपनी इसे एक निर्यात केन्द्र के तौर पर भी विकसित करने की योजना बना रही है. कंपनी के इस केन्द्र के शुरू होने से सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलने की भी संभावना है.
किन प्रोडक्ट का यहां होगा निर्माण
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रॉक्टर एंड गैंबल इंडिया (P&G) गुजरात में जिस प्लांट को स्थापित करने जा रही है उसमें कंपनी की योजना अपने कई मशहूर प्रोडक्ट को मैन्यूफैक्चर करने की है. ये कंपनी का नौवां केन्द्र होगा. यहां कंपनी एरियल, जिलेट, हेड एंड शोल्डर, ओरल-बी, पैम्पर्स, पैंटीन, टाइड, विक्स और व्हिस्पर जैसे लोकप्रिय सामानों का निर्माण करेगा. कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि साणंद में 50,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला नया संयंत्र ऐसे उत्पादों का उत्पादन करेगा जो पी एंड जी के ग्लोबल हेल्थकेयर सर्विस पोर्टफोलियो का हिस्सा हैं, यहां विशेष रूप से पाचन से जुड़े प्रोडक्ट का निर्माण किया जाएगा. यह सुविधा अगले कुछ वर्षों में चालू हो जाएगी और वैश्विक स्तर पर पी एंड जी के लिए एक निर्यात केंद्र बनने के लिए तैयार है, क्योंकि यहीं से पी एंड जी दुनिया के कई हिस्सों में प्रोडक्ट भेजने की तैयारी कर रहा है.
सीएम के साथ की इस निवेश की घोषणा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस निवेश से साणंद के इलाके में इससे सैकड़ों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करने में भी मदद मिलेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा. पीएंडजी इंडिया (P&G) के सीईओ एलवी वैद्यनाथन ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ बैठक के बाद इस नए निवेश की घोषणा की. माना जा रहा है कि यह सुविधा भारत में पी एंड जी के मौजूदा विनिर्माण पदचिह्न को बढ़ाएगी और पिछले वर्ष किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी द्वारा भारतीय एफएमसीजी क्षेत्र में दूसरा बड़ा निवेश है.
कैसी तकनीक का होगा इसमें इस्तेमाल
P&G की इस नई यूनिट में नई इकाई पाचन कल्याण क्षेत्र में बेहतर उत्पाद बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करेगी और इसे इंडस्ट्री 4.0 की आधुनिक अवधारणा के आधार पर पूरी तरह से ऑटोमैटेड टेक्नोलॉजी से लैस किया जाएगा. इस प्लांट की ये अवधारणा नवीनतम विज़न सिस्टम सहित भविष्य की तकनीक को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है. यहां बनने वाले सामान की क्वॉलिटी जांच से लेकर सामग्री की आवाजाही के लिए रोबोटिक उपकरण और ऑपरेटर कॉकपिट जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. कंपनी ने कहा, निवेश की यह योजना एक गैर-सूचीबद्ध निजी कंपनी के माध्यम से बनाई जा रही है और इसका भारत में पी एंड जी समूह की किसी भी सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
इससे पहले सितंबर में, वैश्विक खाद्य और पेय समूह नेस्ले ने देश में अपने मुख्य व्यवसाय में तेजी लाने और नए विकास के अवसरों का लाभ उठाने के लिए अगले साढ़े तीन वर्षों में भारत में ₹5,000 करोड़ का निवेश करने की योजना की घोषणा की थी.
Next Story