GPT 4 फोटोज़ देखकर उनका डिस्क्रिप्शन दे सकता है। उससे जुड़े प्रश्नों के उत्तर दे सकता है और उसमें उपस्थित लोगों को पहचान सकता है। यूजर्स तस्वीरों से जुड़ी समस्याओं में इसकी सहायता ले सकते हैं।
OpenAI को चिंता, AI अधिक ही पावरफुल न हो जाए
ChatGPT लगातार ट्रेंंड हो रहा है, ऐसे में ये नेचुरल है कि वो टेक्स्ट के साथ-साथ इमेज एनालिसिस भी करने लगेगा। इसके लिए इंटरनेट से उसे पर्याप्त ट्रेनिंग डेटा मिल रहा है। हालांकि, OpenAI इमेज एनालिसिस के संभावित खतरों को लेकर सावधान है। GPT-4 कई नामी लोगों के चेहरे पहचान सकता है, कंपनी ये सुनिश्चित करना चाहती है कि GPT-4 तस्वीरों के एनालिसिस और उपयोग में प्राइवेसी और कंसेंट का ध्यान रखे।
कंपनी की पॉलिसी रिसर्चर संधिनि अगरवाल का बोलना है कि कंपनी अपने चैटबॉट के विजुअल एनालिसिस क्षमताओं के उपयोग को लेकर यूजर्स के साथ पारदर्शी रहना चाहती है। इसके लिए कंपनी यूजर्स से फीडबैक लेकर, उपयोग के लिए एक गाइडलाइन और सेफ्टी मीजर्स लेने के बारे में सोच रही है। कंपनी इस दिशा में काम कर रही है कि AI सिस्टम्स के लिए नियम बनाए जाएं, ताकि लोग इसका उपयोग करते हुए अपनी जिम्मेदारी समझें।
जरूरतमंदों के लिए काम की चीज़ है इमेज एनालिसिस
इमेज एनालिसिस दृष्टिबाधित लोगों के लिए मददगार साबित हो सकता है। इसके शुरुआती यूजर्स में जोनाथन मोसेन शामिल हैं, जोनाथन जन्म से दृष्टिबाधित हैं। वो डिसेबल्ड लोगों के लिए बनी एम्प्लॉयमेंट एजेंसी वर्कब्रिज के CEO हैं। कुछ समय पहले एक ट्रिप के दौरान उन्होंने GPT-4 के विजुअल एनालिसिस फीचर का उपयोग किया। इसकी सहायता से उन्हें होटल के बाथरूम में लगे भिन्न-भिन्न डिस्पेंसर के बीच अंतर करने में सहायता मिली कि किसमें क्या है और कितने अमाउंट में है। इसने आम विजुअल एनालिसिस सॉफ्टवेयर्स की तुलना में अधिक बेहतर जानकारी दी थी। हालांकि, कंसेंट और प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने इस ऐप को लोगों के चेहरे की जानकारी देने से रोका हुआ है,।इसके चलते ऐप ने मोसेन को लोगों के चेहरे से जुड़ी जानकारी नहीं दी।
इमेज एनालिसिस को लेकर OpenAI की एक चिंता ये भी है कि चैटबॉट किसी तस्वीर या उसमें उपस्थित शख्स के बारे में गलत जानकारी दे सकता है। हो सकता है कि किसी खास इवेंट में किसी चर्चित शख्स की तस्वीर डालने पर GPT 4 उसी तरह के इवेंट में उपस्थित किसी और चर्चित शख्स के बारे में यूजर्स को बता सकता है। इस तरह की जानकारी यूजर्स को कन्फ्यूज़ कर सकती है।