बैंकों की ब्याज दर बढ़ने का सिलसिला जारी है. रिजर्व बैंक ने जब से रेपो रेट (Repo Rate) को बढ़ाना शुरू किया है, लोन के रेट भी तेजी से बढ़ रहे हैं. रिजर्व बैंक का तर्क है कि बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट बढ़ाना जरूरी है. उधर बैंकों का कहना है कि जब रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा, तो उन्हें लोन की ब्याज दरें बढ़ाना जरूरी हो जाता है. यही वजह है कि एक तरफ रिजर्व बैंक के रेपो रेट का नया आदेश आता है, तो दूसरी ओर सभी बैंक रेट बढ़ाने की कतार में लग जाते हैं. होम लोन के मामले में अव्वल एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) भी इससे अछूता नहीं है. इस बैंक ने महज एक महीने में चार बार लेंडिंग रेट या यूं कहें कि ब्याज दरें बढ़ाने का ऐलान किया है. 9 जून को एक झटके में लेंडिंग रेट को 50 बेसिंस पॉइंट तक बढ़ा दिया गया. अब एचडीएफसी होम लोन की ब्याज दरें 7.55 फीसद पर चल रही हैं. नई दरें 10 जून से लागू हैं.