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पिछले साल कोरोना के चलते 57,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर पर पहुंचा सोना दूसरी लहर के साथ फिर तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| पिछले साल कोरोना के चलते 57,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर पर पहुंचा सोना दूसरी लहर के साथ फिर तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। पिछले 10 दिन में सोने की कीमत दो हजार रुपये से अधिक बढ़ चुकी है। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप और शादी-समारोह को देखते हुए कारोबारी सोने की कीमतों में तेज वृद्धि का अनुमान लगा रहे हैं। सोने के वायदा भाव का पिछला उच्च स्तर सात अगस्त 2020 को देखने को मिला था। इस सत्र में सोने की वायदा कीमत करीब 57,100 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुई थी।
कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट और अर्थव्यवस्था के सामान्य होने की खबरों के बीच 8 मार्च, 2021 को सोना का भाव 44,431 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया था। लेकिन अब एक बार फिर संक्रमण की तेज रफ्तार ने कीमतों को पंख लगा दिए हैं। यूपी सराफा एसोसिएशन के सचिव रामकिशोर मिश्रा का कहना है कि आपदा की स्थितियों में निवेश के मामले में लोग सोने को सबसे अच्छा मानते हैं। जैसे ही कोरोना के संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है, सोना एक बार फिर बढ़ रहा है। कोरोना के कारण प्रतिबंधों की शुरुआत होते ही निवेशक शेयर बाजार से दूर होने लगे हैं, क्योंकि उनका अनुमान है कि प्रतिबंधों का इंडस्ट्री पर असर पड़ेगा और उसकी वजह से उनके शेयर गिरेंगे।
10 दिन में 2000 रुपये से अधिक बढ़ा सोना
संक्रमण की तेज रफ्तार के चलते सोने की कीमतें मात्र 10 दिन में ही 2000 रुपये से अधिक बढ़ गई हैं। एमसीएक्स एक्सचेंज पर 4 जून, 2021 वायदा के सोने का भाव 30 मार्च को 44,423 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं, पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, शुक्रवार को यह सोना 46,593 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ है। इस तरह मात्र 10 दिन में इस सोने में 2170 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आ गई है।
यह है सोने में तेजी का कारण
जब भी भू-राजनीतिक अस्थिरता आती है या वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता होती है, तो सोना सेफ हैवन एसेट के रूप में निवेशकों का प्रिय निवेश विकल्प बन जाता है और इसके परिणामस्वरूप कीमतों में उछाल देखने को मिलता है। केडिया एडवाइजरी के मैनेजिंग डायरेक्टर व रिसर्च हेड अजय केडिया बताते हैं कि ब्याज दरों में कमी, विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं में राहत पैकेज आने, महंगाई के बढ़ने, बेरोजगारी में वृद्धि और आर्थिक गतिविधियों में धीमी रिकवरी के चलते सोने की कीमतों मे तेजी आती है। साल 2020 में इन्हीं सब कारणों से सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिला था। अब वापस से कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज होने के कारण ग्लोबल इकोनॉमिक रिकवरी को लेकर चिंता जताई जा रही है। रुपये में कमजोरी भी सोने में तेजी का एक कारण बना हुआ है।
जानिए चादी का क्या है हाल
चांदी की बात करें, तो बीते हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, शुक्रवार को एमसीएक्स एक्सचेंज पर 5 मई, 2021 वायदा की चांदी का भाव 518 रुपये की गिरावट के साथ 66,983 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ। चांदी की कीमतों में भी पिछले 10 दिन मे अच्छी खासी तेजी आ चुकी है। इस चांदी का भाव 30 मार्च को 63,124 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ था। इस तरह इसमें केवल 10 दिन में 3,859 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आ चुकी है।
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