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जानिए लोग ऐसे बने लखपति..... 5 साल में 10 हजार रुपए बन गए 2.80 लाख
Bhumika Sahu
7 Sep 2021 3:08 AM GMT
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Multibagger Stocks 2021: 5 साल में इस कंपनी के शेयर ने 2700 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है. यानी इसमें 5 साल पहले लगाए गए 10,000 रुपए आज 2.80 लाख रुपए हो गए.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। स्टॉक मार्केट में केवल बड़ी कंपनियां ही अपने निवेशकों को मोटा रिटर्न नहीं देती है बल्कि कई छोटी-मोटी कंपनियां भी अपने निवेशकों को ज्यादा रिटर्न दे देती है. राघव प्रोडक्टिविटी इनहैंसर (Raghav Productivity Enhancers) भी एक ऐसी ही छोटी कंपनी है जिसने अपने निवेशकों को लखपति बना दिया है. 5 साल में इस कंपनी के शेयर ने 2700 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है. यानी इसमें 5 साल पहले लगाए गए 10,000 रुपए आज 2.80 लाख रुपए हो गए.
राघव प्रोडक्टिविटी इनहैंसर अप्रैल 2016 में बाजार में लिस्ट हुई थी. तब इसके एक शेयर की कीमत 28.60 रुपए थी. आज इसके शेयर के कीमत 804.80 रुपए है. इसकी तुलना में सेंसेक्स 101 फीसदी बढ़ा है. कंपनी का मार्केट कैप 875 करोड़ रुपए है.
देश के सबसे बड़े निवेशक ने भी लगाए हैं पैसे
देश के सबसे बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने भी कंपनी में 30.9 करोड़ रुपए निवेश किया है. झुनझुनवाला ने 2 अगस्त को शेयर में निवेश किया है. तब से लेकर आज तक यह शेयर बढ़कर 716.9 रुपए से 804 रुपए हो गया है.
इन कंपनियों से बेहतर किया प्रदर्शन
पिछले पांच वर्षों के दौरान शेयर बाजार के रिटर्न के मामले में फर्म ने अपने साथियों से बेहतर प्रदर्शन किया है. जहां टाटा स्टील (Tata Steel) में 239.48 फीसदी की तेजी आई है, वहीं जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) का शेयर पांच साल में 268.47 फीसदी बढ़ा है.
सेल (SAIL) के शेयर में एक वर्ष में 147.43% की बढ़ोतरी हुई और इस दौरान जिंदल स्टील (Jindal Steel) का शेयर 369.09% चढ़ा है.
कंपनी की वित्तीय स्थिति
स्टॉक का शानदार प्रदर्शन फर्म की वित्तीय स्थिति के अनुरूप है. वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 638 फीसदी बढ़कर 23 लाख रुपए रहा.
पहली तिमाही में कंपनी की बिक्री 127.23 फीसदी बढ़कर 20.61 करोड़ रुपए रही. पिछले साल समान तिमाही में बिक्री 9.07 करोड़ रुपए रही थी. पिछले पांच वित्त वर्षों के दौरान, मार्च 2017 को समाप्त वित्त वर्ष में प्रॉफिट 2.54 करोड़ रुपये से लगातार बढ़कर 9.19 करोड़ रुपये हो गया है.
मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी का प्रॉफिट 8.05 करोड़ रुपए रहा था जबकि मार्च 2018 समाप्त वित्त वर्ष में प्रॉफिट 5.87 करोड़ रुपए था.
जून तिमाही के अंत तक कंपनी में प्रोमोटर्स की हिस्सेदारी 69.61 फीसदी थी. इसी अवधि के दौरान सार्वजनिक शेयरधारकों के पास फर्म में 30.39% हिस्सेदारी थी.
जयपुर स्थित फर्म बड़े पैमाने पर मिनरल्स की पेशकश करने में लगी हुई है और एक स्टोन सप्लायर के रूप में काम करती है. कंपनी फेरो एलॉय, रैमिंग मास, सिलिका रैमिंग मिक्स और पिग आयरन का निर्माण और निर्यात करती है.
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