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जानें महाराष्‍ट्र में क‍िसानों को कितना मिल रहा है प्याज का दाम?

Gulabi Jagat
17 Jun 2022 7:39 AM GMT
जानें महाराष्‍ट्र में क‍िसानों को कितना मिल रहा है प्याज का दाम?
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क‍िसानों को कितना मिल रहा है प्याज का दाम
एक सप्ताह तक दाम में तेजी के बाद एक बार फिर से प्याज की कीमत (Onion Price) में भारी कमी आ गई है. जिससे किसान परेशान हो गए हैं. महाराष्ट्र की कई मंडियों में किसान 1 से 2 रुपये प्रति किलो के रेट पर प्याज बेच रहे हैं. खासतौर पर औरंगाबाद और सोलापुर में हालात नहीं सुधर रहे हैं. जरा सी आवक में वृद्धि हुई नहीं कि दाम में जमीन पर आ जा रहे हैं. शुक्रवार को सूबे की आठ मंडियों में प्याज का न्यूनतम रेट 100 से 200 रुपये प्रति क्विंटल रहा. ज्यादातर किसानों के पास प्याज स्टोरेज का इंतजाम नहीं है इसलिए वे बारिश शुरू होने से पहले ज्यादा से ज्यादा माल मंडी में बेच देना चाहते हैं. सवाल ये है कि स्टोरेज के अभाव में आखिर कब तक घाटा सहकर किसान प्याज बेचेंगे और इस तरह से किसानों की आय (Farmers Income) कैसे डबल होगी.
व्यापारियों का कहना है कि मार्केट में डिमांड और सप्लाई के आधार पर किसी भी वस्तु का दाम तय होता है. प्याज की आवक ज्यादा हो रही है तब दाम में रिकॉर्ड गिरावट की नौबत आ रही है. लेकिन, सोलापुर जिले की पंढरपुर मंडी में 17 जून को सिर्फ 437 क्विंटल प्याज की आवक हुई फिर भी किसानों को न्यूनतम दाम सिर्फ 200 रुपये प्रति क्विंटल ही मिला. यानी 2 रुपये किलो. किसानों का कहना है कि जब तक उनके पास प्याज की स्टोरेज का पूरा इंतजाम नहीं होगा तब तक व्यापारी मजबूरी का फायदा उठाकर शोषण करना बंद नहीं करेंगे.
किस मंडी में कितना है प्याज का दाम?
औरंगाबाद मंडी में 3978 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 175 रुपये, अधिकतम 1325 और औसत रेट 750 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
सोलापुर मंडी में 11788 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां पर न्यूनतम दाम 100, जबकि औसत रेट 900 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
पंढरपुर मंडी में प्याज का न्यूनतम रेट 200, अधिकतम 1500 जबकि औसत दाम 900 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
अहमदनगर की अकोले मंडी में 2673 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 100, अधिकतम 1700 जबकि औसत रेट 1300 रुपये रहा.
अहमदनगर राहुरी-वांबोरी मार्केट में न्यूनतम दाम 100, अधिकतम 1800, जबकि औसत दाम 900 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
नासिक की सताना मंडी में 12105 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 150, अधिकतम 1630 जबकि औसत रेट 1325 रुपये रहा.
नासिक की देवला मंडी में प्याज का न्यूनतम दाम 200, अधिकतम 1500 जबकि औसत रेट 1100 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
Source: Maharashtra State Agricultural Marketing Board। 17/06/2022
आखिर क्या है कम दाम की समस्या का समाधान
महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत दिघोले का कहना है कि ज्यादातर जगहों पर प्याज के दाम में सुधार हो रहा है. कुछ जगहों पर खराब क्वालिटी की वजह से भी दाम कम मिल रहा है. हम उम्मीद करते हैं कि अगले कुछ दिन में दाम ट्रैक पर आ जाएगा. सरकार चाहे तो इस समस्या का समाधान आसानी से हो सकता है. ज्यादा से ज्यादा किसानों के घर स्टोर बनवा दे. इसके लिए किसानों को 2 से 3 लाख रुपये की मदद दी जाए. जब सभी किसानों के पास स्टोरेज का पूरा इंतजाम होगा तब कोई भी व्यापारी इतना कम दाम नहीं देगा. क्योंकि दाम कम होने पर किसान मंडी में प्याज नहीं ले जाएगा.
इसलिए भी कम हो गया दाम
इस साल देश में प्याज का रिकॉर्ड उत्पादन (Onion Production) हुआ है. पिछले साल यानी 2020-21 में 26.6 मिलियन टन प्याज पैदा हुआ था. जबकि 2021-22 में 31.1 मिलियन टन उत्पादन का अनुमान है. उत्पादन ज्यादा होने का असर भी दाम पर दिखाई दे रहा है. अब इस समस्या से निपटने के लिए महाराष्ट्र के किसान प्याज को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के दायरे में लाने की मांग कर रहे हैं. दिघोले का कहना है कि सरकार अगर लागत के हिसाब से प्याज का न्यूनतम दाम फिक्स कर दे तो किसानों की इनकम में वृद्धि होगी. वरना वर्तमान व्यवस्था में 1-2 रुपये किलो के रेट पर प्याज बेचकर आय में कैसे इजाफा होगा.
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