व्यापार

इस दिग्गज कंपनी में खरीदेंगे बड़ी हिस्सेदारी Jindal

Apurva Srivastav
14 Jun 2023 5:20 PM GMT
भारत में कारों के बढ़ते बाजार ने हर किसी को प्रभावित किया है. अब JSW Group के चेयरमैन सज्जन जिंदल (Sajjan Jindal) भी इस सेक्टर में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं. हालांकि, जिंदल कोई नई कंपनी नहीं खोलने जा रहे, बल्कि पहले स्थापित कंपनी पर दांव लगा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, JSW Group दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनी एमजी मोटर इंडिया (MG Motor India) में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने वाला है. सज्जन जिंदल के स्वामित्व वाली एक प्राइवेट कंपनी MG Motor India में करीब 48% हिस्सेदारी खरीदने की योजना पर काम कर रही है.
जिंदल के लिए फायदे का सौदा
MG मोटर इंडिया चीन में शंघाई मुख्यालय वाली SAIC Motor के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है. SAIC Motor चीन की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है और पिछले साल इसने 5.3 मिलियन से ज्यादा वाहन बेचे थे. MG मोटर की बात करें, पिछले कुछ सालों में कंपनी ने भारत में अपनी एक अलग पहचान स्थापित की है. MG हेक्टर को काफी ज्यादा पसंद किया गया है. इसके अलावा, MG की दूसरी कारें भी भारतीय ग्राहकों के दिल में जगह बनाने में कामयाब रही हैं. ऐसे में जिंदल का ये फैसला उन्हें लिए हर लिहाज से लाभदायक रहने वाला है.
बातचीत के लिए गए चीन
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि JSW Group की लिस्टेड कंपनियां JSW Steel और JSW Energy का इस नए वेंचर में कोई एक्सपोजर नहीं होगा. वैसे तो दोनों पक्षों के बीच कई महीनों से बातचीत चल रही है, लेकिन अब बात समझौते तक पहुंच गई है. हाल ही में सज्जन जिंदल और उनके बेटे पार्थ इस संबंध में SAIC Motor से बातचीत के लिए चीन गए थे. MG मोटर इंडिया की वैल्यूएशन 1.2 से 1.5 अरब डॉलर (9800 से 12,300 रुपए) होने का अनुमान है. अब तक बनी सहमति के अनुसार सज्जन जिंदल के पास एमजी मोटर इंडिया की 45-48% हिस्सेदारी आ सकती है. इसमें डीलरों और भारतीय कर्मचारियों के पास 5-8% हिस्सेदारी होगी, जबकि SAIC के पास बाकी हिस्सेदारी रहेगी.
चीन से भारतीय हो जाएगी कंपनी
इस संबंध में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि डील फाइनल होने के बाद MG मोटर इंडिया, चीनी कंपनी से एक भारतीय कंपनी बन जाएगी. इससे कंपनी के टॉप मैनेजमेंट और बोर्ड में भारतीयों की संख्या बढ़ेगी. मोदी सरकार भी चाहती है कि देश में मौजूद चीनी कंपनियों में अधिकांश हिस्सेदारी भारतीयों के पास हो. यही वजह है कि कई चीनी स्मार्टफोन कंपनियां भारत में अपना पार्टनर और इन्वेस्टर तलाश रही हैं. गौरतलब है कि SAIC ने पहले ही भारत में लगभग 5,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है और इतनी ही राशि का निवेश करने के लिए तैयार है. लेकिन सीमा विवाद के चलते दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण 2020 से प्रस्ताव में देरी हो रही है.
अब नहीं आएगी कोई दिक्कत
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सज्जन जिंदल एक बड़ा दांव खेलने जा रहे हैं. MG Motor भारत में एक ट्रस्टेड ब्रैंड बन गया है. कंपनी की सभी कारों को काफी पसंद किया गया है, लेकिन बढ़ती डिमांड के बावजूद न तो कंपनी ने अपना प्रोडक्शन बढ़ाया और न ही कैपिसिटी बढ़ाने का प्रयास किया. इसकी एक वजह उसका चीनी कनेक्शन है. अब जिंदल के पास मौका होगा कि डिमांड के अनुरूप प्रोडक्शन बढ़ाकर मुनाफा कमाया जा सके. जब कंपनी चीनी से काफी हद तक भारतीय बन जाएगी, तो भारत में मिलने वाली सुविधाओं पर भी उसका हक होगा. कंपनी इस समय Astor, Hector, Gloster, Comet और ZS जैसी कारें बना रही है.
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