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नई दिल्ली (आईएएनएस)| सिंगापुर स्थित स्टार्टअप जिलिंगो की पूर्व सीईओ अंकिति बोस, जिन्हें पिछले साल कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर बर्खास्त कर दिया गया था, ने एंजल इन्वेस्टर और सीडफंड कंपनी के सह-संस्थापक महेश मूर्ति के खिलाफ 10 करोड़ डॉलर का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। स्टार्टअप न्यूज पोर्टल आईएनली 42 के अनुसार, 20 अप्रैल को एक टॉप बिजनेस मैगजीन में मूर्ति द्वारा लिखे गए एक आर्टिकल पर बॉम्बे हाईकोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है।
मूर्ति ने आर्टिकल में बोस का नाम नहीं लिया लेकिन कई प्वाइंट के जरिए उनकी ओर संकेत दिए हैं। उन्होंने आर्टिकल में एक महिला का जिक्र किया, जो पॉपुलर फैशन पोर्टल चलाती है और सिकोइया कंपनी से पैसे लेती है।
मूर्ति ने अपने आर्टिकल में आरोप लगाया, उन्होंने अपनी वकील को फर्म से 70 करोड़ रुपये के लिए भुगतान करने के लिए कहा था। अफवाह है कि उस राशि का एक बड़ा हिस्सा सीधे खुद वापस मिल गया।
बोस को यह कहते हुए उद्धृत किया गया कि 100 मिलियन डॉलर का मुकदमा जिलिंगो में उनकी इक्विटी की बाकी राशि और नुकसान को ध्यान में रखते हुए दायर किया गया कि इस तरह के बयान भविष्य के प्रयासों को प्रभावित कर सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, मुकदमा वर्तमान में प्री-एडमिशन स्टेज पर है।
पिछले साल मार्च में जिलिंगो ने कथित वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतों पर 30 वर्षीय सीईओ बोस को निलंबित कर दिया था।
पिछले साल अप्रैल में, उन्होंने पिछली समयावधि से संबंधित कुछ उत्पीड़न-संबंधी मुद्दों पर बोर्ड का ध्यान खींचा, जिसमें निवेशकों या उनके नामितों के खिलाफ उत्पीड़न की कोई शिकायत शामिल नहीं थी।
अंकिति द्वारा बोर्ड के नोटिस में लाए गए उत्पीड़न के दावों को देखने के लिए एक शीर्ष परामर्श फर्म को नियुक्त किया गया था।
जिलिंगो के अनुसार, जांच से यह निष्कर्ष निकला कि कंपनी ने उचित कार्रवाई की और इन शिकायतों को दूर करने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया, जो उनके संज्ञान में लाई गईं।
स्टार्टअप ने टेमासेक होल्डिंग्स पीटीई और सिकोइया कैपिटल इंडिया सहित शीर्ष निवेशकों से 300 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए थे।
--आईएएनएस
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