न्यूज़क्रेडिट:आजतक
अमेरिकी कार कंपनी फोर्ड मोटर (Ford Motor) जल्दी ही 3000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाली है. छंटनी (Ford Motor Lay Off) का शिकार होने वाले कर्मचारियों में सैलरीड और कांट्रैट पर काम कर रहे दोनों प्रकार के लोग शामिल हैं. कंपनी ने कहा है कि इस छंटनी में ज्यादातर कर्मचारी उत्तरी अमेरिका (North America) और भारत (India) में होंगे. 100 साल से भी ज्यादा पुरानी अमेरिका की दिग्गज कार कंपनी ने हाल के दिनों में इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट पर फोकस बढ़ाया है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईवी सेगमेंट में फोर्ड सॉफ्टवेयर से चलने वाली इलेक्ट्रिक कारों पर ध्यान दे रही है और टेस्ला जैसी कंपनियों के साथ खाई को पाटने का प्रयास कर रही है. इसी फोकस को ध्यान में रखते हुए कंपनी अपनी संरचना को नया रूप दे रही है और यह छंटनी इसी प्रयास का हिस्सा है.
सीईओ और चेयरमैन ने भेजा ईमेल
फोर्ड मोटर के चीफ एक्सीक्यूटिव जिम फारले महीनों से कहते आए हैं कि उनकी कंपनी में ऐसे लोगों की संख्या काफी ज्यादा है. फारले यह भी कहते आए हैं कि उनके कर्मचारियों के एक बड़े हिस्से के पास वे कौशल नहीं हैं, जो ऑटो इंडस्ट्री के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल और डिजिटल सर्विसेज में बदलाव को लेकर जरूरी हैं. फारले और कंपनी के चेयरमैन बिल फोर्ड ने एक ज्वाइंट ईमेल में कहा, 'हम कुछ कर्मचारियों को हटा रहे हैं और इसके साथ ही पूरे बिजनेस में कार्यप्रणाली को नए सिरे से ऑर्गेनाइज करते हुए उसे सरल बना रहे हैं. आपको अपने एरिया के लीडर्स से इस बारे में सप्ताह के अंत तक अधिक विस्तार से जानने को मिलेगा.'
टेस्ला का मॉडल अपनाने पर जोर
छंटनी की खबर सामने आने के बाद वॉल स्ट्रीट में फोर्ड के शेयर 5 फीसदी तक गिर गए. फोर्ड के कामगारों में ज्यादातर ऐसे हैं, जिन्हें पारंपरिक कंबशन इंजन वाली गाड़ियों को सपोर्ट करने के लिए हायर किया गया था. फारले ने आने वाले समय में फोर्ड के लिए एक व्यापक इलेक्ट्रिक व्हीकल लाइनअप का खाका तैयार किया है. फोर्ड भी अब चाहती है कि वह भी टेस्ला की तरह सर्विसेज से अधिक रेवेन्यू कमाए, जो डिजिटल सॉफ्टवेयर एवं कनेक्टिविटी पर निर्भर करते हैं.
टेस्ला से इस मोर्चे पर पिछड़ी फोर्ड
एलन मस्क की टेस्ला ने इस साल प्री-टैक्स प्रॉफिट मार्जिन के मामले में फोर्ड को पीछे छोड़ दिया है. फारले इसी कारण लागत कम करने को लेकर मुखर रहे हैं. सोमवार को भेजे ईमेल में फारले ने साफ-साफ कहा कि कंपनी का कॉस्ट स्ट्रक्चर पारंपरिक और नए प्रतिस्पर्धियों की तुलना में पिछड़ा है. दूसरी ओर बैटरियों की बढ़ती कीमत, कच्ची सामग्रियों के बढ़ते दाम और शिपिंग की बढ़ी लागत के चलते फोर्ड समेत अन्य वाहन कंपनियों के ऊपर अतिरिक्त दबाव पड़ा है.
जनरल मोटर्स भी कर चुकी है छंटनी
फोर्ड कंपनी अपने बिजनेस को तीन कैटेगरी में बांट रही है. ये तीन कैटेगरी इलेक्ट्रिक व्हीकल, डीजल-पेट्रोल वाहन और वाणिज्यिक वाहन होंगे. इससे पहले जुलाई में फारले ने कहा था कि लागत कम करने के लिए डीजल-पेट्रोल कैटेगरी में छंटनी होगी, हालांकि सोमवार के ईमेल में कहा गया है कि कंपनी हर कैटेगरी में छंटनी करने वाली है. इससे पहले एक और पुरानी अमेरिकी वाहन कंपनी जनरल मोटर्स भी इलेक्ट्रिक शिफ्ट को लेकर 2018 के अंत में 14 हजार कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है.