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बिजनेस। अडानी ग्रुप की तरफ से रविवार को एक बार फिर हिंडनबर्ग की तरफ से लगाए गए आरापों जवाब दिया गया। इस बार समूह ने 413 पन्नों के जरिए Hindenburg के खड़े किए गए सवालों का जवाब दिया था। इस लबें जवाब के कुछ ही घंटों बाद अडानी समूह पर एक बार फिर Hindenburg ने हमला बोला है। एजेंसी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, 'धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से नहीं ढक सकते हैं।' बता दें, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली थी लेकिन अच्छी बात यह है कि आज यानी सोमवार को समूह की कई कंपनियों के शेयरों में तेजी है।
अडानी ग्रुप के जवाब पर रिस्पॉन्स देते हुए Hindenburg ने कहा है कि समूह भारत को पीछे ढकेल दिया है। हिंडनबर्ग ने अपने जवाब में कहा है, "संक्षेप में कहें, अडानी ग्रुप ने अपने चेयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति में तेजी से हुए इजाफे को भारत की सफलता से जोड़ने का प्रयास किया है। हम इससे असहमत हैं। भारत एक उभरता हुआ सुपर पॉवर के साथ सुनहरे भविष्य वाला लोकतांत्रिक देश है। हमें लगता है कि अडानी ग्रुप इसे पीछे ढकेल रहा है। समूह ने व्यवस्थित तरीके से देश को लूटते हुए तिरंगे में छुपा लिया है। Hindenburg ने आगे कहा है कि 413 पेजों के जवाब में अडानी ग्रुप ने सिर्फ 30 पेजों में हमारी रिपोर्ट पर फोकस किया है। अडानी ग्रुप की तरफ से जारी जवाब के 330 पेजों में कोर्ट रिकॉर्ड, 53 पेजों मे हाई-लेवल फाइनेंशिएल, सामान्य जानकारी और अन्य गैर-जरूरी कॉरपोरेट जानकारी साझा की गई है।
अडानी ग्रुप पर Hindenburg ने पिछले सप्ताह अपनी रिपोर्ट के जरिए कई सवाल खड़े किए थे। तब समूह ने अपने रिस्पॉस में कहा था कि हिंडनबर्ग के द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। और इस रिपोर्ट के खिलाफ कोर्ट में जाने की भी बात कही थी। जिसके जवाब में तब Hindenburg ने कहा था कि समूह के इस फैसले का स्वागत है।
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