नई दिल्ली। कांग्रेस ने अडाणी समूह से जुड़े मामले को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर एक बार फिर प्रहार किया और कहा कि इस प्रकरण में सच सामने लाने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन जरूरी है। मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी 'चुप्पी' तोड़नी चाहिए।
कांग्रेस ने इस विषय पर शुक्रवार को देश के 22 शहरों में संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि 'हम अडाणी के हैं कौन' श्रृंखला में आज कांग्रेस प्रवक्ताओं ने देश के 22 शहरों में प्रेस वार्ता करके प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री जी आपको अपने मित्र पूंजीपतियों पर चुप्पी तोड़नी ही होगी।''
रमेश ने अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस के एक बयान की पृष्ठभूमि में यह भी कहा कि नेहरूवादी विरासत यह सुनिश्चित करती है कि सोरोस जैसे लोग भारतीय चुनावों के परिणाम तय नहीं कर सकते। उन्होंने ट्वीट किया, ''प्रधानमंत्री से जुड़ा अडाणी घोटाला भारत में लोकतांत्रिक पुनरुत्थान शुरू करता है या नहीं, यह पूरी तरह कांग्रेस, विपक्ष व हमारी चुनाव प्रक्रिया पर निर्भर है। इसका जॉर्ज सोरोस से कोई लेना-देना नहीं है।''
रमेश ने इस बात पर जोर दिया, ''हमारी नेहरूवादी विरासत सुनिश्चित करती है कि उन जैसे लोग हमारे चुनाव परिणाम तय नहीं कर सकते।'' उल्लेखनीय है कि सोरोस ने कहा है कि भारतीय व्यवसायी गौतम अडाणी के कारोबारी साम्राज्य में उथल-पुथल ने निवेश के अवसर के रूप में भारत में विश्वास को हिला दिया है और यह भारत में ''लोकतांत्रिक पुनरुद्धार'' के द्वार खोल सकता है।
कांग्रेस के नेताओं ने देश के अलग-अलग शहरों में संवाददाताओं से बातचीत कर सरकार पर प्रहार किया। पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने अहमदाबाद में कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार अडाणी-हिंडनबर्ग विवाद की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने से क्यों ''डर'' रही है? माकन ने जोर देकर कहा कि हवाई अड्डे और बंदरगाहों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को एक कंपनी को सौंपने का मुद्दा देश की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में अडाणी समूह के शेयरों में आई भारी गिरावट पर चुप्पी के लिए केंद्र और जांच एजेंसियों पर निशाना साधा। वल्लभ ने कहा "कांग्रेस ने अडाणी समूह के मामलों पर संसद में सवाल पूछे। इसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया। अडाणी समूह को विदेशी शेल कंपनियों से प्राप्त काले धन का मालिक कौन है। मोदी जी जेपीसी रखने से क्यों डर रहे हैं।
आप किसे बचाना चाहते हैं?" कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मुंबई में कहा कि अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी की कंपनियों पर लगे धोखाधड़ी और शेयरों की कीमत में हेराफेरी के आरोपों की जांच के लिए जेपीसी का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार मामले से जुड़े तथ्यों को नागरिकों से छिपाना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका से परिचालित हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, अडाणी समूह ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वह कानून का अनुपालन करता है और जानकारी देने संबंधी शर्तों का अनुपालन करता है।