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सरकार ने पेश किया रोडमैप, बढ़ेगा फर्टिलाइजर का घरेलू उत्पादन

Teja
8 Feb 2022 12:29 PM GMT
सरकार ने पेश किया रोडमैप, बढ़ेगा फर्टिलाइजर का घरेलू उत्पादन
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देश को फर्टिलाइजर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिये सरकार ने अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | देश को फर्टिलाइजर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिये सरकार ने अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं और इसे लेकर फर्टिलाइजर मंत्री (Fertiliser Minister) ने आज राज्य सभा में लिखित रूप में दिये गये जवाब में सरकार की योजना और रोडमैप को सामने रखा है. फर्टिलाइजर मिनिस्टर ने कहा कि सरकार फर्टिलाइजर (Fertiliser ) का तुरंत उत्पादन बढ़ाने और आने वाले समय में इसमें आत्मनिर्भर बनने की योजना को एक साथ लेकर बढ़ रही है. इसके लिये सरकार ने न केवल कंपनियों को उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिये नये प्लांट लगाने को कहा है साथ ही मंत्रालय खनन मंत्रालय के साथ भी बात कर रहा है जिससे देश में ही कच्चे माल का उत्पादन बढ़ाया जा सके और कंपनियों को सस्ते में कच्चा माल प्राप्त हो सके, वहीं केन्द्रीय मंत्री ने ये भी साफ किया कि फिलहाल रबी फसल (rabi season) के लिये देश में फर्टिलाइजर की कोई कमी नहीं है.

क्या है सरकार की योजना
उर्वरक मंत्री ने कहा कि मंत्रालय ने एक दीर्घकालिक समझौते के तहत विभिन्न देशों से कच्चे माल और तैयार उर्वरक की नियमित और पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक रोडमैप तैयार किया है. वहीं डीएपी आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय ने डीएपी के फिलहाल जारी उत्पादन के अलावा, कंपनियों को एनपीके स्ट्रीम का उपयोग करके नो-प्रॉफिट-नो-लॉस आधार पर अतिरिक्त डीएपी का निर्माण करने का निर्देश दिया है ताकि किसानों की मांग को पर्याप्त रूप से पूरा किया जाये. वहीं पारादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड को जेडएसीएल गोवा प्लांट की दो ट्रेनों का उपयोग करके 8 लाख टन प्रति वर्ष अतिरिक्त डीएपी और एनपीके फर्टिलाइजर कॉम्प्लैक्स के निर्माण की अनुमति दी गई है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश स्थित मध्य भारत एग्रो प्रोडक्ट लिमिटेड को 1.20 लाख टन की स्थापित क्षमता पर डीएपी और एनपीके उर्वरकों का उत्पादन करने की अनुमति दी गई है. इसके अलावा, राज्य के स्वामित्व वाली राष्ट्रीय कैमिकल फर्टिलाइजर और एफएसीटी कोच्चि क्रमशः 5 और 5.5 लाख टन प्रति वर्ष की वार्षिक क्षमता वाले नए डीएपी या एनपीके संयंत्र स्थापित करेंगे. उन्होंने कहा कि देश में डीएपी और अन्य उर्वरकों के लिए कच्चे माल के लिए खनिजों की खोज पर खान मंत्रालय के साथ चर्चा चल रही है.
देश में फर्टिलाइजर की कमी नहीं
इसके साथ ही उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा रबी सीजन के लिए डीएपी उर्वरक की पर्याप्त आपूर्ति है, डीएपी (डाय अमोनियम फॉस्फेट) देश में यूरिया के बाद सबसे अधिक खपत वाला उर्वरक है. दरअसल कई राज्यों ने उर्वरक की कमी की बात कही है. जिस पर उर्वरक मंत्री ने ये बयान दिया. चालू वित्त वर्ष की जनवरी तक डीएपी का घरेलू उत्पादन 34.35 लाख टन और आयात 42.56 लाख टन पर पहुंच गया. कई राज्यों से उर्वरक की कमी की बात सामने आने पर केंद्र ने उनकी आवश्यकता को पूरा करने के लिए फर्टिलाइजर की सप्लाई की है. फसल वर्ष 2021-22 के लिए देश की डीएपी आवश्यकता 123.89 लाख टन होने का अनुमान है. इस वित्तीय वर्ष की जनवरी तक घरेलू डीएपी उत्पादन 34.35 लाख टन और आयात 42.56 लाख टन पर पहुंच गया है.


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