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सरकार लेने जा रही है बड़ा फैसला, अब नई इंजन से दौड़ेगी कारें

Bhumika Sahu
30 Nov 2021 4:15 AM GMT
सरकार लेने जा रही है बड़ा फैसला, अब नई इंजन से दौड़ेगी कारें
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Flex-Fuel Engine: गडकरी ने बताया कि टोयोटो मोटर कॉरपोरेशन, सुजुकी और हुंदै मोटर इंडिया के शीर्ष अधिकारियों ने अपने वाहनों में फ्लेक्स-ईंधन इंजन पेश करने का आश्वासन दिया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (Union Minister of Road Transport and Highways) नितिन गडकरी ने कहा है कि वह अगले दो-तीन दिन में कार कंपनियों के लिए अनिवार्य रूप से फ्लेक्स-ईंधन इंजन (Flex-Fuel Engine) लाने का आदेश जारी करेंगे. फ्लेक्स-ईंधन इंजन में एक से अधिक ईंधनों का इस्तेमाल किया जा सकता है. गडकरी ने कहा कि भारत हर साल 8 लाख करोड़ रुपये के पेट्रोलियम उत्पादों का आयात करता है. अगर भारत की पेट्रोलियम उत्पादों पर निर्भरता बनी रहती है, तो अगले 5 साल में आयात बिल बढ़कर 25 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा.

उन्होंने कहा, पेट्रोलियम आयात को कम करने के लिए मैं अगले दो-तीन दिन में एक आदेश पर हस्ताक्षर करने जा रहा हूं. इसके तहत कार विनिर्माताओं के लिए फ्लेक्स-ईंधन इंजन लाना अनिवार्य होगा.
गडकरी ने बताया कि टोयोटो मोटर कॉरपोरेशन, सुजुकी और हुंदै मोटर इंडिया के शीर्ष अधिकारियों ने अपने वाहनों में फ्लेक्स-ईंधन इंजन पेश करने का आश्वासन दिया है.
कैसे करता है फ्लेक्स इंजन काम
फ्लेक्स इंजन में एक तरह के फ्यूल मिक्स सेंसर यानी फ्यूल ब्लेंडर सेंसर का इस्तेमाल होता है. यह मिश्रण में ईंधन की मात्रा के अनुसार खुद को एड्जेस्ट कर लेता है. जब आप गाड़ी चलाना शुरू करते हैं, तो ये सेंसर एथेनॉल, मेथनॉल और गैसोलीन का अनुपात, या फ्यूल की अल्कोहल कंसंट्रेशन को रीड करता है. इसके बाद यह इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल मॉड्यूल को संकेत भेजता है और ये कंट्रोल मॉड्यूल तब अलग-अलग फ्यूल की डिलीवरी को कंट्रोल करता है.
खास तरह से डिजाइन होते हैं ये इंजन
फ्लेक्स इंजन वाली गाड़ियां बाय-फ्यूल इंजन वाली गाड़ियों से काफी अलग होती हैं. बाय-फ्यूल इंजन में अलग-अलग टैंक होते हैं, जबकि फ्लेक्स फ्यूल इंजन में आप एक ही टैंक में कई तरह के फ्यूल डाल सकते हैं. ऐसे इंजन खास तरह से डिजाइन किए जाते हैं. वहानों में ऐसे ही इंजन को लगाने की बात नितिन गडकरी कर रहे हैं.
इथेनॉल की कीमत 60-62 रुपये प्रति लीटर
इस इंजन के वाहनों में डिजाइन होने पेट्रोल-डीजल की जरूरत नहीं पड़ेगी. केंद्रीय मंत्री इससे पहले भी कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं. उन्होंने इससे पहले बताया था कि इथेनॉल की कीमत 60-62 रुपये प्रति लीटर होगी, जिसपर फ्लेक्स इंजन की गाड़ियां चलेंगी. इस तरह से लोग 30 से 40 रुपये डीजल के मुकाबले प्रति लीटर पर बचत कर पाएंगे.


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