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किसानों की पूरी उम्मीद अब दाम पर टिकी रिकॉर्ड भाव शुरू

Teja
21 Feb 2022 1:33 PM GMT
किसानों की पूरी उम्मीद अब दाम पर टिकी रिकॉर्ड भाव शुरू
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इस साल बेमौसम और जलवायु परिवर्तन (Climate change) के कारण कई फसलों का उत्पादन प्रभावित हुआ है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | इस साल बेमौसम और जलवायु परिवर्तन (Climate change) के कारण कई फसलों का उत्पादन प्रभावित हुआ है. इससे हल्दी की खेती (Turmeric Farming) भी नहीं बची है. हल्दी के अच्छे दाम से किसानों की आर्थिक सेहत में सुधार हो रहा है. वरना उन्हें उत्पादन घटने से नुकसान होगा. पूरे प्रदेश में इसके उत्पादन में कमी देखी जा रही है. फिलहाल, वर्तमान में हल्दी का सीजन शुरू हो गया है. सांगली जिला (Sangli District) जो कि महाराष्ट्र में हल्दी का मुख्य बाजार है वहां ज्यादातर किसान परपेठ और राजापुरी हल्दी की दो किस्में लेकर आ रहे हैं. जिसमे राजापुरी हल्दी की क़ीमत ज्यादा मिल रही है. राजापुरी हल्दी का अधिकांश उत्पादन सांगली जिले में ही होता है. आवक शुरू होते ही किसानों को रिकॉर्ड दाम मिलने शुरू हो गए हैं. अच्छी गुणवत्ता वाली हल्दी 9,000 रुपये से 10,000 रुपये प्रति क्विंटल में बिक रही है. इससे किसान खुश हैं.

कोरोना काल में हल्दी को लोगों ने इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू किया है. इसलिए पिछले दो साल से इसकी वैल्यू ज्यादा बढ़ गई है. इंटरनेशनल मार्केट में भी इसकी मांग में वृद्धि हुई है. कारोबारियों का कहना है कि इस साल उत्पादन घटने से सीजन की शुरुआत से ही कीमतों में तेजी जारी है और यह आगे भी जारी रहेगी. सांगली मंडी में राजापुरी हल्दी और परपेठे हल्दी की 8 से 9 हजार बोरी की आवक शुरू हो गई है. हालांकि यह सीजन की शुरुआत की कीमत है.
हल्दी की कीमतों में तेजी जारी रहेगी
हल्दी की आपूर्ति मांग से कम है तो इसकी कीमत बढ़ जाएगी. कृषि क्षेत्र के जानकारों के मुताबिक इस साल सभी फसलों का यही हाल है. पिछले 50 साल के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए कपास की मांग और आपूर्ति के बीच भारी अंतर के कारण इस साल भाव 11,000 रुपये प्रति क्विंटल मिला था, अब ऐसा ही हल्दी के साथ हो रहा है. सीजन की शुरुआत में इसे अच्छा रेट मिला है. मार्च से अप्रैल के बीच कितनी हल्दी का उत्पादन होगा और कीतनी कीमत रह सकती है इसका गणित व्यापारी लगा रहे हैं.
बाजार में राजापुरी हल्दी की रिकॉर्ड आवक
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा हल्दी का उत्पादन सांगली और हिंगोली जिलों में होता है. हल्दी का मुख्य बाजार हिंगोली जिले के वासमत में भी है. वर्तमान में सांगली बाजार समिति में हल्दी की आवक बढ़ रही है. वर्तमान में राजापुरी और परपेठ हल्दी की दो किस्में हैं दोनों तरह की हल्दी की 9000 बोरी की आवक हो रही है. हालांकि इन दोनों हल्दी के भाव में अंतर है राजापुरी हल्दी की औसत कीमत 8,000 रुपये है जबकि पारपेठ हल्दी की कीमत 7,000 रुपये तक है. यह सामान्य हल्दी की कीमत है. बहुत अच्छी क्वालिटी है तो उसका दाम 10 हजार रुपये क्विंटल तक है.
सांगली जिले के कुछ हिस्सों में हल्दी की कटाई शुरू हो गई है. इस साल बारिश ने उत्पादन कम कर दिया है. अब किसानों को बढ़ी हुई दर रही है, जिससे नुकसान की भरपाई होने की कुछ उम्मीद है. फरवरी से अप्रैल तक के तीन महीनों के दौरान हल्दी बड़ी मात्रा में आती है.


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