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सफलता के लिए अंबानी, रतन टाटा, आनंद महिंद्रा जैसे दिग्गजों से सीखें बिजनेस मंत्र
Kajal Dubey
5 Sep 2022 12:50 PM GMT
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हर एक की जिंदगी में एक गुरु की आवश्यकता होती है। गुरु न तो ज्ञान अधूरा रहता है। स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है। इसका मकसद देश में आर्थिक विकास करना और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है। आजकल कई युवा अपना खुद का स्टार्टअप खोल रहे हैं। लेकिन इसके लिए भी उन्हें सही दिशा और प्रेरणा की जरूरत होती है,
हर एक की जिंदगी में एक गुरु की आवश्यकता होती है। गुरु न तो ज्ञान अधूरा रहता है। स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है। इसका मकसद देश में आर्थिक विकास करना और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है। आजकल कई युवा अपना खुद का स्टार्टअप खोल रहे हैं। लेकिन इसके लिए भी उन्हें सही दिशा और प्रेरणा की जरूरत होती है, जो उन्हें अपने रोल मॉडल से मिलती है। धीरूभाई अंबानी, रतन टाटा, फाल्गुनी नायर, आदि जैसे दिग्गजों से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।
धीरूभाई अंबानी
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और अनिल अंबानी (Anil Ambani) के पिता धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) का निधन 6 जुलाई 2002 को हुआ था। धीरूभाई अंबानी की सफलता की कहानी ने भारतीय उद्यमियों, बिजनेस लीडर्स और प्रगतिशील कंपनियों की एक पीढ़ी की कल्पना को हवा दी। कई लोगों के लिए, वह अभी भी रोल मॉडल बने हुए हैं। धीरूभाई अंबानी को विश्वास था कि भारत कम समय में एक इकोनॉमिक सुपरपावर बन सकता है और चाहते थे कि रिलायंस (Reliance) इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। आज, रिलायंस ग्रुप का कारोबार भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 3 फीसदी का प्रतिनिधित्व करता है।
धीरूभाई अंबानी कहते थे - 'हार मत मानो, साहस मेरा विश्वास है', 'बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, आगे का सोचो। विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है', 'अगर आप गरीब पैदा हुए हैं तो यह आपकी गलती नहीं है लेकिन अगर आप गरीब मरते हैं तो यह आपकी गलती है', 'अगर आप दृढ़ संकल्प के साथ काम करते हैं, तो सफलता अवश्य मिलेगी।'
फाल्गुनी नायर (Falguni Nayar) ऑनलाइन ब्यूटी प्लेटफॉर्म नायका (Nykaa) का निर्माण करके भारत की सबसे सफल महिला उद्यमी बन गई हैं। फाल्गुनी नायर भारत की सबसे अमीर सेल्फ-मेड महिला अरबपति (Billionaire) हैं। उनकी कंपनी को TIME100 दुनिया की सबसे प्रभावशाली कंपनियों की लिस्ट में भी शामिल किया गया था। नायर ने द इकोनॉमिक टाइम्स को कहा था कि नायका को शुरुआती वर्षों में फाल्गुनी नायर और उनके पति संजय नायर द्वारा ही वित्त पोषित किया गया था। एक इन्वेंट्री-आधारित कारोबार के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया था। कंपनी दो साल तक फैमिली फंड पर चलती रही क्योंकि वह पैसा नहीं जुटाना चाहते थे। हम मेट्रिक्स बनाना चाहते थे। आज नायका कंपनी को हर कोई जानता है, जो एक बड़ी सफलता है। नायर की सफलता की कहानी से महिलाएं भी प्रेरित होती हैं और उन्हें अपना गुरु मानती हैं।
टाटा ग्रुप (Tata Group) को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा (Ratan Tata) देश में कई स्टार्टअप कंपनियों को मदद करते रहते हैं। टाटा ने कई स्टार्टअप कंपनियों में निवेश किया है। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन एक जाने-माने उद्योगपति हैं, जिनकी व्यावसायिक नैतिकता और परोपकार के लिए प्रशंसा की जाती है। रतन टाटा के कोट्स आपको सफल होने के लिए प्रेरित करेंगे। रतन टाटा कहते हैं (Ratan Tata Quotes), 'मैं सही निर्णय लेने में विश्वास नहीं करता, मैं निर्णय लेता हूं और फिर उन्हें सही करता हूं', 'अगर आप तेज चलना चाहते हैं तो अकेले चलें, लेकिन अगर दूर तक चलना चाहते हैं, तो एक साथ चलें', 'वो इंसान जो दूसरों की नकल करता है थोड़े टाइम के लिए सफल हो सकता है, पर जीवन में बहुत आगे नहीं बढ़ सकता।'
न्यूज़ क्रेडिट :तिमेसनोवहींद
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