नई दिल्ली: देश का वस्तुओं का निर्यात चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान 11.4 प्रतिशत बढ़कर 114.4 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है. एक्जिम बैंक ने यह अनुमान लगाया है.
पहले सप्ताह में अपने तिमाही अनुमान जारी करता है:
भारत के निर्यात-आयात बैंक (एक्जिम बैंक) ने तिमाही आंकड़े जारी करते हुए कहा है कि दूसरी तिमाही के निर्यात के आंकड़े वैश्विक स्तर पर जिंस कीमतों में नरमी, प्रमुख व्यापार भागीदार देशों में संभावित सुस्ती, मुद्रास्फीतिक दबाव और सख्त मौद्रिक रुख से प्रभावित हो सकते हैं. एक्जिम बैंक जून, सितंबर, दिसंबर और मार्च के पहले सप्ताह में अपने तिमाही अनुमान जारी करता है.
वैश्विक कारकों का भी आकलन करता है:
एक्जिम बैंक देश से निर्यात के तिमाही आंकड़ों का अनुमान एक्पोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ईएलआई) से लगाता है, जो इसका खुद का मॉडल है. ईएलआई देश के निर्यात परिदृश्य का आकलन करता है. यह देश से तिमाही आधार पर कुल वस्तुओं के निर्यात और गैर-तेल निर्यात का आकलन करता है. यह देश के निर्यात को प्रभावित करने वाले तमाम घरेलू और वैश्विक कारकों का भी आकलन करता है.
एक्जिम बैंक ने कहा कि इस आकलन के परिणामों की विशेषज्ञों की स्थायी तकनीकी समिति ने की है. समिति में जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एस सिन्हा रॉय, रिजर्व बैंक के आर्थिक एवं नीति अनुसंधान विभाग के निदेशक शरत ढल, बेस विश्वविद्यालय के कुलपति प्राफेसर एन आर भानुमूर्ति, इंदिरा गांधी विकास अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर सी वीरमानी ने समीक्षा की है.