जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आंवले की खेती (Gooseberry) लगभग पूरे भारतवर्ष में की जाती है. आंवला (Amla ki Kheti) का प्रयोग हम विभिन्न तरह की बीमारियों से बचने के लिए करते है .यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधीय फल है . यह विटामिन C (Vitamin C)का सर्वोत्तम स्रोत है . यह हमें विभिन्न रोगों से बचाता है, लेकिन यदि इसमे लगने वाले रोगों से इसे न बचाया जाय, तो आंवला का अच्छा फल प्राप्त करना बहुत मुश्किल है.डॉ. राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर, बिहार के सह निदेशक अनुसन्धान, डॉक्टर एस के सिंह ने TV9 हिंदी के जरिए बताया कि आंवले की रोपाई के बाद उसका पौधा 4-5 साल में फल देने लगता है. 8-9 साल के बाद एक पेड़ हर साल औसतन 1 क्विंटल फल देता है. प्रति किलो 15-20 रुपये में बिकता है. यानी हर साल एक पेड़ से किसान को 1500 से 2000 रुपये की कमाई होती है.