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कोरोना महामारी के बीच आम जनता के लिए राहत की खबर आई है. पेट्रोल और डीजल के रेट रिकॉर्ड 83 दिन से एक ही जगह कायम हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कोरोना महामारी के बीच आम जनता के लिए राहत की खबर आई है. पेट्रोल और डीजल के रेट रिकॉर्ड 83 दिन से एक ही जगह कायम हैं. हालांकि इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत सात साल में पहली बार 90 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई है. यूक्रेन और रूस में तनाव के बीच गुरुवार को वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 90.02 डॉलर प्रति बैरल हो गया.
गौरतलब है कि रूस दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि वह यूरोप के लिए ऊर्जा आपूर्ति को बाधित कर सकता है. विश्लेषकों का अनुमान है ओमीक्रोन के कमजोर असर के कारण कच्चे तेल में कीमतों में तेजी बनी रहेगी. दूसरी ओर घरेलू बाजार में ईंधन की कीमतों में पिछले 83 दिन से कोई बदलाव नहीं किया गया है.
टूटा 2020 का रिकॉर्ड
कीमतों में स्थिरता के लिहाज से यह अबतक की सबसे लंबी समय सीमा है. इससे पहले 2020 में लगातार 82 दिन तक कीमतों में बदलाव नहीं हुआ था. फिलहाल राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 86.67 रुपये प्रति लीटर है.
2014 के बाद सबसे ज्यादा भाव
पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम योजना और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) के अनुसार भारत द्वारा खरीदे जाने वाले कच्चे तेल की औसत कीमत 26 जनवरी को 88.23 डॉलर प्रति बैरल थी. पीपीएसी के अनुसार, यह आंकड़ा अक्टूबर, 2021 में 74.85 डॉलर प्रति बैरल, नवंबर में 74.47 डॉलर प्रति बैरल और दिसंबर में 75.34 डॉलर प्रति बैरल था. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 2014 के बाद सबसे अधिक है.
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