x
सप्लाई के मुकाबले डिमांड में जारी तेजी के कारण कच्चे तेल का भाव बढ़ रहा है. ऐनालिस्ट्स का कहना है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | साल 2021 में कच्चे तेल (Crude Oil price) के भाव में 50 फीसदी का भारी उछाल दर्ज किया गया. कमोडिटी ऐनालिस्ट्स का कहना है कि साल 2022 में भी कच्चे तेल में तेजी बनी रहेगी. प्रोडक्शन क्षमता में तेजी नहीं लाई जा रही है, साथ ही पेट्रोलियम सेक्टर में इन्वेस्टमेंट लिमिटेड है. ऐसे में बढ़ती मांग के कारण इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल का भाव 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है. स्टैंडर्ड चार्टर्ड का अनुमान है कि 2022 में कच्चे तेल के भाव में 8 डॉलर का उछाल आ सकता है और यह 75 डॉलर तक पहुंच सकता है. 2023 में यह कीमत 17 डॉलर के उछाल के साथ 77 डॉलर के स्तर पर पहुंच सकता है. वहीं, JP Morgan का अनुमान है कि इस साल के अंत तक कच्चे तेल का भाव 90 डॉलर तक पहुंच सकता है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण पिछले साल के मुकाबले ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. सरकारें फिर से लॉकडाउन के पक्ष में नहीं दिख रही हैं. इसके कारण मांग में तेजी बनी रहेगी और कच्चे तेल के भाव को समर्थन मिलेगा. OANDA के सीनियर मार्केट ऐनालिस्ट जेफरी हाले का कहना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण रोजाना आधार पर नए संक्रमित मरीजों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर है.
ओपेक प्लस देश प्रोडक्शन बढ़ाने के मूड में नहीं
इस वेरिएंट का चीन की इकोनॉमी पर बहुत ज्यादा असर नहीं हुआ है. दूसरी तरफ OPEC+ देश प्रोडक्शन बढ़ाने के बारे में विचार नहीं कर रहे हैं. ऐसे में कच्चे तेल का भाव 100 डॉलर तक क्यों नहीं पहुंच सकता है.
कोरोना के नए वेरिएंट से प्रोडक्शन पर प्रभाव
OPEC+ देश कच्चे तेल की सप्लाई धीरे-धीरे बढ़ा रहे हैं. वहीं, तेल उत्पादक देशों में यह भी खौफ है कि कोरोना के नए वेरिएंट के कारण फिर से लॉकडाउन जैसी हालत ना हो जाए जिससे मांग अचानक गिर जाए. Morgan Stanley का अनुमान है कि इस साल की तीसरी तिमाही तक कच्चे तेल का भाव 90 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएगा.
150 डॉलर तक पहुंचने का अनुमान
पिछले दिनों एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन यानी EIA और ब्लूमबर्ग ने साल 2022 के लिए OPEC देशों का ऑयल प्रोडक्शन की क्षमता को घटकार 0.8 मिलियन और 1.2 मिलियन बैरल रोजाना कर दिया था. इस रिपोर्ट के बाद जेपी मॉर्गन ने आने वाले दिनों में कच्चे तेल के भाव में 30 डॉलर प्रति बैरल तक के उछाल का अनुमान लगाया है. इंवेस्टमेंट बैंक का कहना है कि इस साल कच्चे तेल का भाव 125 डॉलर और 2023 में 150 डॉलर तक पहुंच सकता है.
73.57 डॉलर का औसत मूल्य
दिसंबर में रॉयटर्स की तरफ से एक सर्वे किया गया था. उस सर्वे में 35 इकोनॉमिस्ट शामिल हुए थे. उनका अनुमान था कि 2022 में कच्चे तेल का भाव 73.57 डॉलर प्रति बैरल तक रहेगा. उससे पहले नवंबर में इन लोगों ने 75.33 डॉलर प्रति बैरल का अनुमान लगाया था. नया अनुमान पुराने के मुकाबले 2 फीसदी कम है. यह साल 2022 के लिए औसत रेट का अनुमान है. बता दें कि 2014 के बाद से अभी तक कच्चे तेल ने 90 डॉलर का आंकड़ा पार नहीं किया है.
Next Story