Business : नए साल में इस सरकारी बैंक ने ब्याज दर 1.25% बढ़ाई, डिपॉजिट पर ज्यादा मुनाफा
अगर आप सरकारी बैंक- बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने अपने ग्राहकों को नए साल का बड़ा तोहफा दिया है। बैंक ने अलग-अलग अवधि की सावधि जमाओं (एफडी) की ब्याज दरों को 1.25 प्रतिशत तक बढ़ाया है। इससे पहले, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी एफडी पर ब्याज दरें बढ़ाई थीं। कितनी बढ़ गई ब्याज दर …
अगर आप सरकारी बैंक- बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने अपने ग्राहकों को नए साल का बड़ा तोहफा दिया है। बैंक ने अलग-अलग अवधि की सावधि जमाओं (एफडी) की ब्याज दरों को 1.25 प्रतिशत तक बढ़ाया है। इससे पहले, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी एफडी पर ब्याज दरें बढ़ाई थीं।
कितनी बढ़ गई ब्याज दर
बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक बयान में कहा, अलग-अलग अवधि की दो करोड़ रुपये तक की एफडी पर ब्याज दर 0.01 प्रतिशत से 1.25 प्रतिशत तक बढ़ाई गई है। ये नई दरें 29 दिसंबर, 2023 से लागू हैं। बयान के मुताबिक सर्वाधिक 1.25 प्रतिशत वृद्धि 7-14 दिनों की अवधि में की गई है। इन जमाओं के लिए ब्याज दर तीन प्रतिशत से बढ़ाकर 4.25 प्रतिशत कर दी गई है। इसके बाद 15-45 दिन की पूर्ण अवधि के लिए ब्याज दर एक प्रतिशत बढ़कर 4.50 प्रतिशत कर दी गई है।
SBI ने कितनी बढ़ाई ब्याज दर
SBI ने चुनिंदा अवधियों पर एफडी के लिए ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। बैंक के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार से प्रभावी संशोधित दरों के तहत 180-210 दिनों के बीच की जमा राशि पर 5.75 प्रतिशत प्रति वर्ष का ब्याज मिलेगा, जो पहले 5.25 प्रतिशत था। इसी तरह, 7-45 दिनों के लिए जमा पर 3.50 प्रतिशत ब्याज मिलेगा, जो पहले तीन प्रतिशत था।
वेबसाइट के अनुसार, अन्य अवधियों में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि गई है। इसमें 46-179 दिन की अवधि के लिए ब्याज 4.75 प्रतिशत, 211 दिन से एक वर्ष से कम के लिए छह प्रतिशत और तीन साल से पांच साल से कम की अवधि पर ब्याज अब 6.75 प्रतिशत मिलेगा।
पर्सनल लोन ग्रोथ में आई गिरावट
इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बताया है कि नवंबर महीने में पर्सनल लोन लेने की दर में गिरावट आई है। यह गिरावट आरबीआई की ओर से ऋणों के लिए दंडात्मक जोखिम भार लगाए जाने के बाद देखने को मिली है। आंकड़ों के मुताबिक नए पर्सनल लोन के वितरण में वृद्धि की दर नवंबर में घटकर 18.6 प्रतिशत रह गई। पिछले साल की समान अवधि में पर्सनल लोन कैटेगरी खंड की वृद्धि दर 19.9 प्रतिशत रही थी।