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Bullet Train Project का सपना जल्द ही होने वाला है साकार, खड़े किए जा रहे 13 मीटर लंबे स्तंभ
Renuka Sahu
2 Aug 2021 3:14 AM GMT
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फाइल फोटो
बुलेट ट्रेन का सपना जल्द ही साकार होने वाला है. नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड ने बुलेट ट्रेन चलाने के लिए रेल मार्ग का ढांचा तैयार कर लिया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बुलेट ट्रेन का सपना जल्द ही साकार होने वाला है. नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL)ने बुलेट ट्रेन चलाने के लिए रेल मार्ग का ढांचा तैयार कर लिया है. आपको बता दें कि NHSRCL ही मुंबई-अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड रेल (MAHSR) प्रोजेक्ट को पूरा कर रहा है, जिसे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट कहा जा रहा है.
NHSRCL का कहना है कि उसने गुजरात के वापी जिले के पास पहला पूर्ण ऊंचाई वाला स्तंभ बनाकर मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर पर इसके निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. NHSRCL की प्रवक्ता सुषमा गौर ने कहा कि NHSRCL ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर गुजरात के वापी के पास चैनेज 167 पर पहला पूर्ण ऊंचाई स्तंभ बनाकर अपने निर्माण कार्य में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
कोरोना समेत कई चुनौतियां
इस ट्रेन के रास्ते में 12 स्टेशन पड़ेंगे जहां ये रुकेगी इसमें, महाराष्ट्र, दादर और नागर हवेली और गुजरात शामिल है. उन्होंने बताया कि इस कॉरिडोर के खंभों की औसत ऊंचाई करीब 12-15 मीटर है और इस खंभे की ऊंचाई 13.05 मीटर है, जो कि एक चार फ्लोर की बिल्डिंग के बराबर है. NHSRCL प्रवक्ता ने बताया कि इस निर्माण को कोरोना वायरस महामारी के दौरान मजदूरों की भारी कमी के बावजूद पूरा किया गया है. इस दौरान लॉजिस्टिक्स और मॉनसून की चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा. आने वाले कुछ महीनों में ऐसे कई और खंभों को बनाने की योजना पर काम चल रहा है, जिससे देश के पहले हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का रास्ता तैयार होगा.
2023 तक नहीं दौड़ पाएगी मेट्रो
हालांकि देश में बुलेट ट्रेन कब दौड़ेगी ये एक मुद्दा बन चुका है, जिसे लेकर सवाल पूछे जाने शुरू हो चुके हैं. पिछले दिनों रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि इन दिनों भारतीय रेलवे के हर उस प्रोजेक्ट पर फोकस कर रहा है, जो मोदी सरकार के मेगा प्लान का हिस्सा हैं. इसमें अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट भी शामिल हैं. हालांकि, बुलेट ट्रेन परियोजना कई वजहों से 2023 तक नहीं दौड़ पाएगी. उन्होंने कहा था कि कोरोना महामारी और महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण की धीमी रफ्तार से परियोजना पर बुरा असर पड़ा है.
आपको बता दें कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 14 सितंबर, 2017 को इस महात्वाकांक्षी 1.08 लाख करोड़ रुपये की परियोजना की नींव रखी थी. बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी और मुंबई-अहमदाबाद की 508 किलोमीटर की दूरी को करीब करीब 2 घंटे में पूरा करेगी. अभी जो ट्रेनें इन दोनों शहरों के बीच में चलती हैं, वो करीब 7-8 घंटे लेती है, जबकि फ्लाइट से 1 घंटे का वक्त लगता है.
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