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बिजनेस। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सभी बैंकों से अडानी ग्रुप पर कर्ज को लेकर जानकारी मांगी थी। अब प्राइवेट सेक्टर के एक्सिस बैंक ने जवाब दिया है कि अडानी ग्रुप को बैंक की ओर से दिया गया कर्ज, कुल लोन का 0.94 प्रतिशत है। बैंक ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी देते हुए कहा कि हम किसी भी कंपनी को सिक्योरिटी, देनदारी और लोन चुकाने की क्षमता के आधार पर ही लोन की रकम देते हैं।
बैंक ने आगे कहा कि इस कारण अडानी को दिए गए लोन पर हम सहज हैं। बैंक ने बताया कि फंड आधारित लोन 0.29 प्रतिशत है, जबकि नॉन फंड आधारित लोन 0.58 प्रतिशत है। 31 दिसंबर 2022 के आंकड़ों के अनुसार बैंक ने 0.07 प्रतिशत का निवेश किया है। एक्सिस बैंक ने बताया कि उसके पास 31 दिसंबर 2022 तक 1.53 प्रतिशत के स्टैंडर्ड एसेट कवरेज के साथ एक मजबूत बैलेंस शीट है।
बैंक ने अपने फाइलिंग में जानकारी दी है कि अडानी ग्रुप के पावर, ट्रांसमिशन, पोर्ट, गैस डिस्ट्रीब्यूशन जैसे सेक्टरों को लोन दिया गया है। एक्सिस बैंक से पहले देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की ओर से भी अडानी ग्रुप को दिए गए लोन के बारे में जानकारी दी गई थी। बैंक ने बताया था कि दिया गया लोन 27 हजार करोड़ रुपए हैं। बैंक ने कहा था कि किसी तरह की कोई चिंता की बात नहीं है।
एक्सिस से पहले एसबीआई ने बताया था कि 27000 करोड़ रुपए का लोन दिया था। वहीं दूसरे सबसे बड़े पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का 7000 करोड़ रुपए का बकाया है। इसके अलावा, बैंक ऑफ बड़ौदा का कुल 7,000 करोड़ रुपए का बकाया है। बैंकों ने किसी भी चिंता को लेकर इनकार किया है।
बता दें कि अडानी ग्रुप के कंपनियों के स्टॉक में तेज गिरावट अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद हो रही है। यूएस फर्म ने फर्म पर फ्रॉड और शेयर के वैल्यूवेशन को लेकर आरोप लगाए थे, जिसे अडानी ग्रुप ने खारिज कर दिया है। हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप पर रिपोर्ट जारी की थी। इसके बाद अडानी ग्रुप ने अपने 20,000 करोड़ के एफपीओ को विड्रॉ कर दिया।
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