नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से अदाणी समूह की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। समूह की 11 में से सात कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को भी भारी गिरावट जारी रही। लगातार गिरावट से समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 9.11 लाख करोड़ रुपये घटकर अब 10.09 लाख करोड़ रुपये रहा गया है जो 24 जनवरी को 19.20 लाख करोड़ रुपये था। 1.80 लाख करोड़ रुपये के साथ अदाणी इंटरप्राइजेज समूह की सबसे बड़ी कंपनी है। समूह का कुल पूंजीकरण अब अकेले रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के 15.75 लाख करोड़ और टीसीएस के 12.74 लाख करोड़ रुपये से भी कम हो गया है।
अदाणी इंटरप्राइजेज के शेयर में शुक्रवार को 50 फीसदी का उतार-चढ़ाव देखा गया। सुबह के सत्र में यह शेयर टूटकर 1,017 रुपये पर आ गया था। बृहस्पतिवार को 1,564 रुपये पर बंद हुआ था। हालांकि, बाद में यह गिरावट थम गई और शेयर 1.25 फीसदी बढ़कर 1,584 रुपये पर बंद हुआ। इसी कंपनी का 20 हजार करोड़ रुपये का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर आया था, जिसे कंपनी ने पूरी तरह से भरने के बाद भी वापस ले लिया।
24 जनवरी के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में 58 फीसदी तक की गिरावट आई है। अदाणी इंटरप्राइजेज का शेयर 54 फीसदी गिरकर 1,584 रुपये पर, अदाणी पोर्ट का शेयर 34 फीसदी गिरकर 498 रुपये पर आ गया। ट्रांसमिशन का शेयर 49 फीसदी, ग्रीन एनर्जी का शेयर 51 फीसदी और टोटल गैस का शेयर 58 फीसदी टूट गया है।
अदाणी के शेयरों में ज्यादा कारोबार एनएसई में हो रहा है। इसी वजह से एनएसई में गिरावट भी रही। बुधवार और बृहस्पतिवार को जब सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हुआ था, तब भी एनएसई में गिरावट रही। बुधवार को सेंसेक्स 158 अंक बढ़ा था, जबकि एनएसई में 45 अंकों की गिरावट थी। बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 224 अंक बढ़ा था, लेकिन निफ्टी मामूली गिरावट में था।