जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना संकट के पहले चरण में एमएसएमई के लिए लाई गई इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ईसीएलजीएस) से करीब डेढ़ करोड़ लोगों की नौकरियां बच गई। एसबीआइ रिसर्च ने एक अध्ययन रिपोर्ट में यह बात कही है। रिसर्च का कहना है कि ईसीएलजीएस ने करीब 13.5 लाख छोटी कंपनियों को भी डूबने से बचा लिया। कुल मिलाकर कहें तो ईसीएलजीएस ने कम से कम छह करोड़ परिवारों की जिंदगी बचाई हैं। केंद्र सरकार ने सूक्ष्म, लघु व मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) के लिए वर्ष 2020 में यह योजना लांच की थी।मई, 2020 में केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत 20 लाख करोड़ रुपये की योजनाएं लांच की थीं। इसका उद्देश्य कोरोना संकट के दौरान लगाए गए लाकडाउन से प्रभावित उद्योगों को बचाना और उन्हें दबाव-मुक्त करना था। ईसीएलजीएस इसी अभियान के एक हिस्से के तौर पर पेश की गई थी।