लखीसराय । जिला महिला एवं बाल विकास निगम के दिशा निर्देश में अम्बेडकर भवन हलसी में बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत महिला सभा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी हलसी कुमारी मुक्ता की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। वन स्टॉप सेंटर के केंद्र प्रशासक पूनम कुमारी ने बताया कि बच्चों के यौन उत्पीड़न से संबंधित जटिल …
लखीसराय । जिला महिला एवं बाल विकास निगम के दिशा निर्देश में अम्बेडकर भवन हलसी में बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत महिला सभा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी हलसी कुमारी मुक्ता की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। वन स्टॉप सेंटर के केंद्र प्रशासक पूनम कुमारी ने बताया कि बच्चों के यौन उत्पीड़न से संबंधित जटिल और संवेदनशील मुद्दों को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2012 में पॉक्सो एक्ट लाया गया था। इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को यौन उत्पीड़न से सुरक्षित रखना तथा ऐसे मामले में अपराधी को कठोर सजा दिलाना है। इस अधिनियम की विशेषता यह है कि दोषी व्यक्ति को सबूत पेश करना होगा की वो दोषी नहीं है। कोई भी महिला या लड़की यदि किसी हिंसा से पीड़ित हैं तो वन स्टाप सेंटर में आकर अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई किया जाता है। टॉल फ्री नंबर 181 के माध्यम से भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। मिशन शक्ति के जिला समन्वयक प्रशांत कुमार ने बताया कि भारत सरकार ने लैंगिक भेदभाव और महिला सशक्तिकरण के बारे में चिंताओं को दूर करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को लाया गया है। इसके माध्यम से बाल लिंगानुपात में सुधार लाना है, लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण सुनिश्चित करना है, भ्रूण परीक्षण, भ्रूण हत्या को रोकना है, बालिकाओं को उत्तरजीविता और सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा बालिकाओं की शिक्षा और भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।
कोई भी महिला या किशोरी हिंसा के अलावा अन्य कोई भी सशक्तिकरण से संबंधित मदद के लिए जिला हब कार्यालय आकर मदद ले सकते हैं। अंत में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कुमारी मुक्ता ने बताया कि महिला सभा का उद्देश्य महिला को अपने अधिकार के बारे में जानना और उसका पालन करना है। बिना अधिकार जाने हक भी नहीं मांग सकते हैं। इसलिए अपने अधिकार के प्रति जागरूक बनें। बेटी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बेटी है तो कल है। बिना बेटी के सिर्फ आंगन ही नहीं सारा जग सूना हो जायेगा। इसलिए बेटी बचाने का दायित्व हम सभी का होना चाहिए। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत कई लाभ बेटी को दिया जा रहा है। बेटी के जन्म से लेकर पढ़ाई तक के खर्च सरकार दे रही है, जिसका लाभ लेकर बेटी पढ़कर पदाधिकारी भी बन रही है। इसलिए बेटी बोझ नहीं बेटी सहारा और घर का गौरव बन रही है।
अंत में सामूहिक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर शपथ लिया गया। मौके पर लैंगिक विशेषज्ञ नवीन कुमार,प्रखंड समन्वयक कन्हैया कुमार,महिला पर्यवेक्षिका सोनी कुमारी, आशा कुमारी, ऑपरेटर नूरूल होडा, राकेश कुमार, परिचारी विजय कुमार पासवान, सेविका पूजा कुमारी, रामा, संगीता, रागिनी सहित कई महिला एवम सेविका मौजूद थे।