अफगानिस्तान में 2,300 भूकंपरोधी घर बनाएगी संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी, जून में तबाह हो गया था घर-बार
UNHCR की आश्रय पहल सबसे अधिक प्रभावित परिवारों के लिए घर सुनिश्चित करेगी।''
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने तालिबान शासित अफगानिस्तान (Afghanistan) में बड़ी संख्या में भूकंप-रोधी घरों के निर्माण कराने की घोषणा की है। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी UNHCR ने अफगानिस्तान में 22 जून को आए विनाशकारी भूकंप से तबाह हुए दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में लोगों की मदद के लिए 2,300 भूकंप-रोधी घरों के निर्माण कराने की घोषणा की है। इस समुदाय-आधारित निर्माण कार्य में 14 मिलियन से अधिक अमेरिकी डालर खर्च होने की उम्मीद है।
विनाशकारी भूकंप से तबाह हुए थे हजारों लोग
बता दें कि इस योजना के तहत, UNHCR पक्तिका प्रांत के गियान और बरमल जिलों में 2,000 घरों एवं खोस्त प्रांत के स्पेरा जिले में 300 घरों के निर्माण के लिए सामग्री और भवन लागत प्रदान कर रहा है।
इस साल 22 जून को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल सहित अन्य कई हिस्सों में 5.9 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था, जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गयी थी और हजारों की संख्या में लोग घायल हुए थे। साथ ही 10,000 से अधिक घर तबाह हो गए थे।
संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान में दिखाई एकजुटता
पक्तिका प्रांत के बरमल में एक मिशन के दौरान UNHCR के प्रतिनिधि लियोनार्ड ज़ुलु ने कहा, ''यह पहल आपदा से प्रभावित लोगों के लिए UNHCR की निरंतर एकजुटता और समर्थन को दर्शाती है। आने वाले महीनों में 2,300 परिवारों के पास नए, भूकंप रोधी और सर्दियों से बचाव वाले घर होंगे।''
उन्होंने कहा कि UNHCR ने भूकंप के दो दिन बाद आपातकालीन सेवाओं और सामाग्री का वितरण शुरू किया और अब हम शरणार्थियों को बेहतर आश्रय देने के लिए तत्काल जरूरतों को पूरा करने का लक्ष्य बना रहे हैं।
जल्द निर्माण होंगे भूकंप रोधी मकान
जुलु ने कहा कि नवंबर में होने वाली बर्फबारी को देखते हुए, हम इसको लेकर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। बरमल में ट्रक से निर्माण सामग्री पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ''खोस्त और पक्तिका क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों में हजारों शरणार्थियों को जगह मिली है, जिनमें से कुछ भूकंप से भी प्रभावित हुए हैं। UNHCR की आश्रय पहल सबसे अधिक प्रभावित परिवारों के लिए घर सुनिश्चित करेगी।''