वर्ल्ड : अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय में तालिबान द्वारा नियुक्त राजनीतिक सहायक शेर मुहम्मद अबाद स्तानेकजाई ने कहा है कि शिक्षा के बिना देश का विकास नहीं हो सकता है। काबुल में शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान स्तानेकजाई ने कहा कि शिक्षा का मार्ग खोलना भी जिहाद है और यह काम किया जाना चाहिए। स्तानेकजाई ने महिलाओं का जिक्र किए बिना कहा कि शिक्षा पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण अफगानिस्तान क्षेत्र में अन्य देशों से पिछड़ गया है। इस्लामिक अमीरात अपने नागरिकों के लिए शिक्षा का मार्ग खोलेगा। अब सुरक्षित वातावरण स्थापित हो चुका है। तालिबान और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को शिक्षा क्षेत्र पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने उच्च शिक्षा और शिक्षा मंत्रालयों से सिद्धांत पर गंभीरता से ध्यान देने और शिक्षा क्षेत्र में आवश्यक सुविधाएं बनाने को कहा। उल्लेखनीय है कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से छठी कक्षा से आगे की लड़कियों के स्कूलों में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद पिछले वर्ष दिसंबर में महिलाओं के विश्वविद्यालयों में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगाया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तालिबान के इस कदम की आलोचना हो रही है।स्तानेकजाई ने कहा है कि शिक्षा के बिना देश का विकास नहीं हो सकता है। काबुल में शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान स्तानेकजाई ने कहा कि शिक्षा का मार्ग खोलना भी जिहाद है और यह काम किया जाना चाहिए। स्तानेकजाई ने महिलाओं का जिक्र किए बिना कहा कि शिक्षा पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण अफगानिस्तान क्षेत्र में अन्य देशों से पिछड़ गया है। इस्लामिक अमीरात अपने नागरिकों के लिए शिक्षा का मार्ग खोलेगा। अब सुरक्षित वातावरण स्थापित हो चुका है। तालिबान और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को शिक्षा क्षेत्र पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने उच्च शिक्षा और शिक्षा मंत्रालयों से सिद्धांत पर गंभीरता से ध्यान देने और शिक्षा क्षेत्र में आवश्यक सुविधाएं बनाने को कहा। उल्लेखनीय है कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से छठी कक्षा से आगे की लड़कियों के स्कूलों में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद पिछले वर्ष दिसंबर में महिलाओं के विश्वविद्यालयों में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगाया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तालिबान के इस कदम की आलोचना हो रही है