सेक्स थेरेपी: इस देश में घायल सैनिकों का खर्चा उठा रही है सरकार, जानिए पूरा माजरा

Update: 2021-04-17 03:59 GMT

कई देशों में सेक्स थेरेपी का इस्तेमाल रोगियों को ठीक करने में किया जाता है. इसमें एक व्यक्ति को रोगी के यौन साथी के रूप में काम पर रखा जाता है. बेहद विवादास्पद तरीका होने की वजह से व्यापक रूप से इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है लेकिन इजरायल में सैनिकों को यह थेरेपी दी जाती है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल में यह उन सैनिकों के लिए सरकारी खर्चे पर उपलब्ध है जो बुरी तरह घायल हो चुके हैं और उन्हें इसकी जरूरत है.

इजरायल के सेक्स थेरेपिस्ट रोनित अलोनी का तेल अवीव में इसी तरह का परामर्श कक्ष है जहां ग्राहकों और पुरुषों के लिए महिला जननांग के जैविक प्रतिकृति का इस्तेमाल किया जाता है. इसका उपयोग वह ऐसे बीमार लोगों को समझाने के लिए करते हैं.
यह वो जगह है जहां पेड सरोगेट पार्टनर क्लाइंट्स को सिखाते हैं कि अंतरंग संबंध कैसे बनाए जाएं और आखिरकार, सेक्स कैसे करें.
"यह एक क्लीनिक है और होटल की तरह बिल्कुल नहीं दिखता है. उस कमरे में एक बिस्तर, एक सीडी प्लेयर, शॉवर की व्यवस्था और कामुक कलाकृति से दीवारों को सजाया गया है.
हालांकि वहां इस थेरेपी के आलोचक इसे वेश्यावृत्ति मानते हैं लेकिन इजरायल में यह इस हद तक स्वीकार है कि सरकार उन सैनिकों के लिए इसका खर्च उठाती है जो किसी दुर्घटना या सैन्य अभियान की वजह से सेक्स करने की क्षमता को खो चुके हैं.
इस थेरेपी को लेने वाले सैनिकों के नाम तो सार्वजनिक नहीं किए जाते हैं लेकिन मिस्टर A (काल्पनिक नाम) को इस थेरेपी को लेने वाला पहला सैनिक माना जाता है. 30 साल पहले एक दुर्घटना के बाद इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने सेक्स सरोगेट थेरेपी के लिए उसका भुगतान किया था. ऊंचाई से गिरने की वजह से उनके कमर के निचले हिस्से में लकवा मार गया था.
मिस्टर A पहले से ही शादीशुदा थे और उनके बच्चे भी थे लेकिन उनकी पत्नी ने डॉक्टरों और चिकित्सकों से सेक्स के बारे में बात करने में सहज महसूस नहीं किया, इसलिए उन्होंने ऐसे क्लीनिक की मदद ली जहां सेक्स थेरेपी के जरिए उनकी मदद की गई.

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