भारतीय-अमेरिकी महिलाओं से जुड़े वैश्विक मुद्दों के दूत के तौर पर नियुक्ति को सीनेट की मंजूरी

Update: 2023-05-13 09:52 GMT
न्यूयॉर्क (आईएएनएस)| अमेरिकी सीनेट ने विदेश मंत्रालय में महिलाओं से जुड़े वैश्विक मुद्दों के कार्यालय में एम्बेसडर-एट-लार्ज के रूप में भारतीय-अमेरिकी डॉ. गीता राव गुप्ता की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। किसी कार्य विशेष के लिए बनाए गए दूत को एम्बेसडर-एट-लार्ज कहा जाता है।
इस भूमिका के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन की पसंद डॉ. गुप्ता के नाम को इस सप्ताह के आरंभ में 47 के मुकाबले 51 वोटों से सीनेट ने मंजूरी दी। डॉ. गुप्ता को लैंगिक समानता और महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा पर एक वैश्विक अगुवा के रूप में जाना जाता है।
विदेश विभाग ने शुक्रवार को डॉ. गुप्ता की नियुक्ति की घोषणा करते हुए कहा कि उसे उनसे अमेरिकी विदेश नीति के माध्यम से महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों को बढ़ावा देने की उम्मीद है।
गुप्ता ने संयुक्त राष्ट्र की कई एजेंसियों और कार्यक्रमों के लिए काम किया है। वह यूएन फाउंडेशन में लड़कियों और महिलाओं के लिए 3डी कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक भी रह चुकी हैं।
यूएन फाउंडेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पीटर येओ ने कहा कि गुप्ता की नियुक्ति ऐसे समय में लैंगिक समानता के लिए अमेरिकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है जब दुनिया भर में महिलाओं के बुनियादी मानवाधिकार और कल्याण खतरे में हैं।
गुप्ता ने आगामी 25 वर्षों में एचआईवी/एड्स के लिए वैश्विक प्रतिक्रिया की योजना बनाने के लिए यूएन एड्स द्वारा शुरू की गई एक अंतर्राष्ट्रीय पहल का सह-संचालन भी किया था। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने उन्हें यूनीसेफ की उप कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया था।
संयुक्त राष्ट्र फाउंडेशन की गर्ल एंड वीमिन स्ट्रेटिजी के उपाध्यक्ष मिशेल मिलफोर्ड मोर्स ने कहा, डॉ. गुप्ता वैश्विक महिला मुद्दों के कार्यालय के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में व्यापक अनुभव के साथ एक अत्यधिक प्रशंसित अगुवा हैं।
यह अमेरिकी वैश्विक नेतृत्व के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका है, और डॉ. गुप्ता इसे बड़ी विशिष्टता के साथ पूरा करेंगी।
लैंगिक और विकास जैसे मुद्दों पर दशकों के अनुभव के साथ गुप्ता ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्वास्थ्य आपात कार्यक्रम के लिए एक निरीक्षण समिति में भी काम किया है। वह विश्व बैंक की वैश्विक लिंग-आधारित हिंसा कार्य बल की सह-अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
इसके अलावा, उन्होंने इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन वीमिन के अध्यक्ष के रूप में काम किया है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के 2006 के ऐनी रो अवार्ड और 2007 के वाशिंगटन बिजनेस जर्नल के वीमेन हू मीन बिजनेस अवॉर्ड सहित कई पुरस्कार उनके नाम हैं।
उन्होंने भारत में बेंगलोर विश्वविद्यालय से सामाजिक मनोविज्ञान में पीएचडी और दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.फिल और एमए की डिग्री हासिल की है।
--आईएएनएस
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