योग को बढ़ावा दे रही है सऊदी सरकार, लोगों ने बढ़-चढ़कर लिया फेस्टिवल में हिस्सा
देश के इस पहले योग फेस्टिवल को लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह का माहौल देखने को मिला
रिश्ता से रिश्ता वेबडेस्क। योग (Yoga) के महत्व और फायदों को अब मुस्लिम देश (Muslim Countries) भी समझने लगे हैं. सऊदी अरब में पहला योग फेस्टिवल (Saudi Arabia First Yoga Festival) आयोजित किया गया. इस दौरान शनिवार को 1,000 से अधिक लोग किंग अब्दुल्ला इकोनॉमिक सिटी के जुमान पार्क में जमा हुए. यह कार्यक्रम सऊदी योग समिति द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें समिति के योग शिक्षक, बोर्ड के सदस्य और 10 से 60 वर्ष तक के लोगों ने भाग लिया. देश के इस पहले योग फेस्टिवल को लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह का माहौल देखने को मिला.
सऊदी अरब के नागरिकों ने किया योग
बता दें कि सऊदी योग कमेटी ने इस योग फेस्टिवल का आयोजन किया था. योग फेस्टिवल में दो योग टीचरों ने लोगों को योगा के बारे में बताया. जेद्दा के योग फेस्टिवल में योग टीचर के रूप में सऊदी अरब के नागरिक Dana Algosaibi और लेबनान के नागरिक Natalie Kriedeih मौजूद रहे.
समिति की अध्यक्ष ने जताई खुशी
सऊदी योग समिति की अध्यक्ष, नौफ बिन्त मुहम्मद अल-मरौई (Nouf bint Muhammad Al-Maroui) ने कहा कि देश के पहले योग फेस्टिवल में जिस तरह से लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया उससे वह बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने और कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं-बीमारियों को दूर करने में योग आज एक व्यापक उपचार बन गया है. हम इसके फायदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते.
'दिन की शुरुआत योग से करें लोग'
उन्होंने आगे कहा, 'फेस्टिवल सफल रहा. मुझे खुशी है कि लोगों ने न केवल योग फेस्टिवल का स्वागत किया बल्कि योग को लेकर हमारे विचारों को भी अपनाया, जो इस आयोजन का एकमात्र उद्देश्य था. हम परिवारों के बीच योग को बढ़ावा देना और देश में इसे प्रोत्साहित करना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि सउदी अरब के नागरिक अपने दिन की शुरुआत योग से करें'. योग समिति की अध्यक्ष ने कहा कि योग करने में हर रोज महज 20 मिनट लगते हैं, इसलिए कोई भी इसे आसानी से कर सकता है