इस्लामाबाद, (आईएएनएस)| हर दिन बीतने के साथ पाकिस्तान की अस्थिर राजनीतिक स्थिति और बदतर होती जा रही है। इसका देश की अर्थव्यवस्था पर हानिकारक प्रभाव पड़ा है। यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है।
राजनीतिक विरोधियों की रैलियां, सरकार के खिलाफ विभिन्न माध्यमों से जारी अभियान, बढ़ती मुद्रास्फीति, भोजन, परिवहन और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग - नवाज (पीएमएल-एन) की सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उसे पार्टी के गढ़ पंजाब को बचाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अक्टूबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक सितंबर के 23.56 प्रतिशत की तुलना में 26.56 प्रतिशत बढ़ा। इस्लामाबाद की बिगड़ती राजनीतिक स्थिति के साथ व्यापार विश्वास अपने निम्नतम स्तरों में पहुंच गया है।
एक सर्वेक्षण के अनुसार वर्तमान में पाकिस्तान में व्यापारिक समुदाय के समक्ष मुद्रास्फीति सबसे गंभीर समस्या बनी हुई है।
इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने कहा, बिगड़ती आर्थिक स्थिति प्रमुख मुद्दा है, क्योंकि राष्ट्रीय सुरक्षा सीधे तौर पर इससे जुड़ा है।
देश में राजनीतिक अस्थिरता के मुख्य कारकों में से एक पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की लंबी यात्रा और देश में जल्द चुनाव कराने की उनकी मांग भी है। इसने मौजूदा सरकार के सत्ता में रहने पर बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है। इससे चुनौतीपूर्ण संरचनात्मक सुधारों को अंजाम देना और भी मुश्किल हो गया है।
यह मौजूदा राजनीतिक संकट के बने रहने पर भी बड़े सवाल खड़े करता है, जो लंबे समय तक बना रह सकता है और बड़े पैमाने पर व्यापारिक समुदाय और वित्तीय बाजार के मन में संदेह पैदा कर सकता है।
राजनीतिक उथल-पुथल स्थानीय लोगों पर भी भारी पड़ रहा है। बेरोजगारी और असमानता बढ़ रही है।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन मॉनिटर के अनुसार देश में नौकरियों की संख्या में कमी आएगी और 2022 की अंतिम तिमाही में वैश्विक रोजगार वृद्धि में काफी गिरावट आएगी।
आज के युग में यह स्पष्ट है कि अर्थव्यवस्था और राजनीति आपस में जुड़े हुए हैं और इन्हें अलग नहीं किया जा सकता है। अर्थव्यवस्था एक राष्ट्र की नियति को आकार देता है।
दुर्भाग्य से पाकिस्तान के मामले में राजनीतिक लाभ को हर चीज पर अधिक महत्व दिया जाता है और फिर से हासिल करने या हर तरह से सत्ता में आने की लड़ाई से देश की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।