इस्लामाबाद (आईएएनएस)| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मंगलवार को पाकिस्तान और चीन के बीच 3.48 अरब डॉलर मूल्य की 1200 मेगावाट की चश्मा-5 (सी-5) परमाणु ऊर्जा परियोजना के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर के साक्षी बने। चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन ओवरसीज लिमिटेड (सीएनओएस) के अध्यक्ष और पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग (पीएईसी) के सदस्य पावर मुहम्मद सईद उर रहमान ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
जियो न्यूज ने बताया कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि परमाणु ऊर्जा परियोजना दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना को शुरू करने का निर्णय लिया जा चुका है और प्रधानमंत्री के रूप में उनके पिछले कार्यकाल के दौरान मुख्य शर्तो पर सहमति बनी थी। हालांकि, सरकार ने इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
जियो न्यूज ने बताया कि उच्च वैश्विक मुद्रास्फीति के कारण परियोजना की लागत 2017-18 में निर्धारित लागत से कहीं अधिक होगी, लेकिन चीनी सरकार ने न केवल लागत बढ़ाने से परहेज किया, बल्कि लगभग 30 अरब रुपये की छूट भी दी।
परियोजना को अविलंब शुरू करने का संकल्प लेते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि कठिन आर्थिक स्थिति में इस परियोजना में चीन से 3.48 अरब डॉलर के निवेश ने स्पष्ट संदेश दिया कि पाकिस्तान एक ऐसी जगह है, जहां चीनी कंपनियों और निवेशकों का प्रदर्शन जारी है।
शहबाज ने कहा, "यह दर्शाता है कि हमारी दोस्ती हिमालय से ऊंची है, गहरे समुद्र से भी गहरी है, चीनी और शहद से ज्यादा मीठी है, लोहे और स्टील से भी मजबूत है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस दोस्ती को 'आयरन ब्रदर्स' कहा था।"
इसके अलावा, शहबाज ने कहा कि उन्होंने हाल ही में कराची में एक के-3 परमाणु परियोजना का उद्घाटन किया था।
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