रूस की सुरक्षा चिंताओं पर गौर नहीं कर रहा पश्चिम, युद्ध में फंसाने की कर रहे कोशिश

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों पर रूस को युद्ध में फंसाने की कोशिश का आरोप लगाया है। कहा है कि ये देश रूस की सुरक्षा चिंताओं की लगातार अनदेखी कर रहे हैं।

Update: 2022-02-03 00:43 GMT

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों पर रूस को युद्ध में फंसाने की कोशिश का आरोप लगाया है। कहा है कि ये देश रूस की सुरक्षा चिंताओं की लगातार अनदेखी कर रहे हैं। इसके चलते क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है।

युद्ध की आशंका बढ़ाने वाले पुतिन के इस पहले बयान में उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि रूस अपने सुरक्षा प्रस्ताव की मांगों से पीछे नहीं हटने जा रहा। यूक्रेन को नाटो में शामिल न किए जाने पर वह अमेरिका से स्पष्ट जवाब चाहता है। पुतिन ने कहा, यह बिल्कुल स्पष्ट है कि रूस की सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। समस्या को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। शायद इसके पीछे की योजना यह है कि यूक्रेन नाटो में शामिल हो और उसके बाद नाटो के देश मिलकर क्रीमिया को वापस लेने के लिए हमला बोलें। रूसी मूल के लोगों की बहुलता वाले यूक्रेन के क्रीमिया इलाके पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था।

रूसी विदेश मंत्री ने कहा है कि पश्चिमी देश 1999 में हुए उस समझौते का पालन करें जिसके अनुसार कोई देश अपनी सुरक्षा व्यवस्था अन्य देशों के धन से नहीं बढ़ा सकता। यह समझौता तुर्की के इस्तांबुल शहर में यूरोपीय देशों के बीच हुआ था और उसमें अमेरिका और कनाडा भी शामिल थे। इस बीच हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने कहा है कि क्षेत्रीय शांति पर आपस में समझौता होना चाहिए। यह समझौता रूस और नाटो के बीच होना चाहिए।

इस बीच पश्चिमी देशों ने यूक्रेन के प्रति समर्थन जाहिर करने के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति जैयर बोल्सनारो से प्रस्तावित रूस यात्रा रद करने का अनुरोध किया है। मंगलवार को इसी उद्देश्य से ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने यूक्रेन जाकर वहां के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। जानसन ने कहा है कि यूक्रेन पर रूसी हमला होने पर वहां भारी खून खराबा होगा, क्योंकि यूक्रेन में लाखों स्त्री-पुरुष हथियार लेकर सेना के साथ मिलकर मुकाबले के लिए तैयार हैं।

पोलैंड, रोमानिया में तीन हजार सैनिक भेजेगा अमेरिका

अमेरिका नाटो के पूर्वी यूरोपीय सदस्य देशों-पोलैंड और रोमानिया में तीन हजार सैनिकों की तैनाती करेगा। यह तैनाती यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंका से पैदा हुए तनाव के बीच हो रही है। पूर्वी यूरोप में सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का यह आदेश अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दिया है। यूक्रेन सीमा पर बने तनाव के बीच अमेरिका की क्षेत्र में यह पहली तैनाती होगी। नाटो ने इस फैसले का स्वागत किया है। अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती का यह फैसला तब हुआ है जब रूस के दिए सुरक्षा प्रस्ताव में पूर्वी और मध्य यूरोप से नाटो की तैनाती हटाने की मांग की गई है।

जानसन ने की पुतिन से वार्ता

मंगलवार को कीव जाकर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मिलने वाले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने बुधवार को फोन से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। पुतिन से उन्होंने यूक्रेन सीमा से सेना हटाने का अनुरोध किया जिससे क्षेत्र में तनाव कम किया जा सके। जवाब में पुतिन ने नाटो को यूक्रेन को शामिल न करने का आश्वासन देने के लिए कहा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले रूस ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को दुविधाग्रस्त बताते हुए उनका मजाक उड़ाया था।


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