फांसी पर लटकने के बाद जिंदा हुई थी 'मैगी'

Update: 2023-05-20 10:31 GMT
 
Interesting story of Maggie Dickson Scotland: कहावत है कि काम, क्रोध, लोभ, मोह, ईष्या, द्वेश और भय जैसे अवगुण हर इंसानों में स्वाभाविक रूप से होते हैं. इन मानवीय कमियों को न दूर कर वाले तिरस्कार सहते हुए कष्ट भोगते हैं. नया जमाना हो या सदियों पुराना, हर दौर में कई ऐसे लोग हुए हैं जिन्होंने छल-कपट में आकर ऐसे बड़े-बड़े कांड कर दिए जिनके बारे में तब सोचना भी संभव नहीं था. यहां बात 300 साल पहले मशहूर हुई मैगी डिकशन की, जिनकी यादें (Maggie Dickson memories) सात समंदर पार बैठे लोगों में दिलो दिमाग में आज भी ताजा हैं.
स्कॉटलैंड (Scotland) के इतिहास में अवैध संबंधों का एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसने लोगों को हिला कर रख दिया था. ये क्राइम थ्रिलर स्टोरी सन 1700 के आसपास शुरू होती है. सामाजिक बुराइयों से जुड़े इस गंभीर मामले में मैगी डिकशन को मौत की सजा सुनाई गई थी. मैगी नाम की इस महिला ने अपने पति से बेवफाई की और दूसरे मर्द के बच्चे की मां बन गई. कानून तोड़ने पर उसे फांसी की सजा सुनाई गई पर मौत भी मानो उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाई.
मैगी की कहानी ऐसे-ऐसे किरदारों और किस्सों से भरी हुई है, जिनके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे. मैगी का जन्म जब हुआ तब महिलाओं की जिंदगी पुरुष प्रधान मानसिकता और कई तरह की यातनाओं से भरी थी. औरतों को पति के आगे झुककर रहना पड़ता था. मर्दों की सेवा, बच्चे पैदा करना और उन्हें पालना ही उनका काम होता था. मैगी के पिता भी फिल्मों के किसी विलेन की तरह शराबी थे जो उसकी मां को अक्सर पीटते रहते थे.
मैगी की शादी एक मछुआरे से हुई और वो जल्द ही दो बच्चों की मां बन गई. पर मैगी ऐसी लाइफ नहीं जीना चाहती थी. आजाद ख्याल मैगी गरीब घर में पैदा हुई थी पर वो गरीबी में मरना नहीं चाहती थी. उसे हर हाल में अपने सपने पूरे करने थे. उसे ऐश ओर आराम की जिंदगी जीनी थी. ऐसे में उसने अपनी खूबसूरती के जाल में मर्दों को फंसाकर पैसे कमाने का फैसला किया. उसका पति मछलियां पकड़ने समुद्र में जाता था तब वो मछलियां बेचने एडिनबर्ग जाती थी, जहां वो कुछ रईस मर्दों के संपर्क में आ गई.
स्कॉटलैंड और आस पास में अवैध संबंध और अबॉर्शन दोनों संगीन अपराध थे. लेकिन मैगी बिना डरे नोटों में खेल रही थी. कुछ दिन बाद उसके पति की नौकरी लग गई तो वह लंबे समय के लिए परदेश चला गया. तब मैगी ने किसी करोड़पति से शादी करने की आस में इंग्लैंड जाने का प्लान बनाया. उसने बच्चों को एक दोस्त के घर छोड़ दिया. वो न्यूकासल जाना चाहती थी पर वहां जाने का रास्ता कठिनाइयों से भरा था. इसलिए वो बीच रास्ते में एक 'बार' में नौकरी करने लगी. लेकिन अमीर बनने का सपना उसे चैन से जीने नहीं दे रहा था. इसी दौरान वो 'बार' की मालकिन के बेटे से दिल लगा बैठी.
इस रिश्ते से वो जब प्रेग्नेंट हो गई तो डर गई क्योंकि उसे अवैध संबंधों की सजा के बारे में पता था. इसलिए उसने प्रेग्नेंसी छुपाई और चोरी-छिपे बच्चे को जन्म दिया. कहा जाता है कि उसने अपने बच्चे को मारने के बाद शव को नदी में फेंक दिया. मैगी की किस्मत खराब थी क्योंकि एक मछुआरे ने उसे देख लिया. उसकी गवाही पर वो गिरफ्तार हुई. उस पर अवैध संबंध बनाने, प्रेग्नेंसी को छिपाने और बच्चे के मर्डर तक का भी आरोप लगा. पक्के सबूत होने पर उसे फांसी की सजा सुना दी गई. उसे जब सजा मिल रही थी तो बहुत से लोग उस घटनाक्रम को देखने आए थे.
उसे सजा देने के लिए जिस जगह ले जाया गया. वहां आज मैगी के नाम पर ही एक कैफे बना है. उसे फांसी दी गई फिर मैगी की लाश दफनाने के लिए जब लोग कब्रिस्तान जा रहे थे तभी अचानक ताबूत से खटखटाने की आवाज आई. बॉक्स खोला गया तो मैगी जिंदा बाहर निकल आई. कुछ उसे भूत मानकर भाग गए. जो बचे वो उसे पुलिस के पास ले गए. उसकी सांसे इसलिए चल रही थी क्योंकि उसे सही तरह से फंदे पर नहीं लटकाया गया था. जज ने कहा वो बच गई है इसलिए डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए. उसे एक बार फांसी दी जा चुकी है, दोबारा नहीं दी जा सकती. इसलिए उसे रिहा कर दिया गया. वो अपनी ससुराल मुसेलबर्ग लौट आई. जहां उसके हसबैंड ने उसे अपना लिया. किसी फिल्मी स्क्रिप्ट की तरह मैगी की कहानी आगे बढ़ती रही और वो करीब 50 साल जिंदा रही. इस कहानी की वजह से उसे ‘हाफ हैंग्ड मैगी डिकसन’ भी कहा जाता है.
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