किम जोंग उन की परमाणु हथियारों वाली सनक, फ्रांस ने कहा- यह अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा
उत्तर कोरियाई विरोधी युद्धाभ्यास बने रहेंगे, तब तक हमारी परमाणु शक्ति को मजबूत करने की कोशिश खत्म नहीं होगी."
फ्रांस (France) ने उत्तर कोरिया (North Korea) द्वारा परमाणु हमलों (Nuclear Strikes) से जुड़े कानून को पास करने की निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बताया है. विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) के एक प्रवक्ता ने कहा, "उत्तर कोरिया की ओर से उठाया गया यह नया कदम अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरे का प्रतिनिधित्व करता है." उन्हें कहा, "फ्रांस उत्तर कोरिया द्वारा तेजी से की जा रही आक्रामक घोषणाओं को लेकर चिंतित है."
बता दें उत्तर कोरिया ने एक नया कानून पारित किया है जिसमें राष्ट्र को परमाणु हथियार वाला राज्य (Nuclear Weapon State) घोषित किया गया है. देश के नेता किम जोंग उन (Kim Jong Un) का कहना है कि यह "अपरिवर्तनीय" है. उत्तर कोरियाई राज्य मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि किम ने कसम खाई कि देश अपने परमाणु हथियार "कभी नहीं छोड़ेगा" और कहा कि परमाणु निरस्त्रीकरण पर कोई बातचीत नहीं हो सकती है.
उत्तर कोरिया के पिछले रूख से अलग है नया कानून
नया कानून को देश को किसी संभावित खतरे से बचाने के लिए परमाणु हमले करने का भी अधिकार देता है. यह उत्तर कोरिया के पिछले रुख से अलग है जिसके तहत उसका कहना था कि वह अपने हथियार केवल तब तक रखेगा जब तक कि अन्य देश परमाणु मुक्त नहीं हो जाते और गैर-परमाणु राज्यों के खिलाफ इन हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा. बता दें नया कानून अन्य देशों के साथ परमाणु प्रौद्योगिकी को साझा करने पर भी प्रतिबंध लगाता है."
'परमाणु हथियार राज्य की गरिमा का प्रतिनिधित्व करते हैं'
किम ने देश की रबर-स्टैम्प संसद - सुप्रीम पीपुल्स असेंबली - द्वारा सर्वसम्मति से नए कानून को पारित करने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, "परमाणु हथियार "राज्य की गरिमा, और पूर्ण शक्ति" का प्रतिनिधित्व करते हैं."
किम ने कहा, "राष्ट्रीय परमाणु बल नीति से संबंधित कानूनों और विनियमों को अपनाना एक उल्लेखनीय घटना है क्योंकि हमने राष्ट्रीय रक्षा के एक साधन के रूप में कानूनी रूप से युद्ध प्रतिरोध हासिल कर लिया है.
उत्तर कोरिया के नेता ने कहा, "जब तक पृथ्वी पर परमाणु हथियार मौजूद हैं, साम्राज्यवाद और अमेरिका (US) और उसके अनुयायियों के उत्तर कोरियाई विरोधी युद्धाभ्यास बने रहेंगे, तब तक हमारी परमाणु शक्ति को मजबूत करने की कोशिश खत्म नहीं होगी."